AI का मतलब अमेरिका और इंडिया है, US संसद में बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी संसद को करीब एक घंटे तक संबोधित किया। इस मौके पर अमेरिकी संसद के दोनों सदनों- सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स जिन्हें भारत के लिहाज से क्रमशः राज्यसभा और लोकसभा माना जा सकता है, के सांसद मौजूद रहे।

Updated: Jun 23, 2023, 09:08 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार देर रात अमेरिकी संसद को दूसरी बार संबोधित किया। इस दौरान अमेरिकी सांसदों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका स्वागत किया। PM मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में संसद को धन्यवाद दिया। भारत और अमेरिका के रिश्तों पर बोलते हुए उन्होंने कहा- AI का मतलब है, अमेरिका और इंडिया। अमेरिकी कांग्रेस में ये पीएम मोदी का दूसरा संबोधन है। पीएम मोदी के भाषण के दौरान यूएस कांग्रेस में 'मोदी-मोदी' के नारे भी लगे।

मोदी ने कहा, "सात सालों में बहुत कुछ बदला, लेकिन भारत-US की दोस्ती को गहरा करने की प्रतिबद्धता जस की तस रही। दोनों देशों के बीच अब भरोसे की मित्रता है. दोनों देशों के बीच विश्वास बढ़ा है। भारत और अमेरिका दोनों महान लोकतांत्रिक देश हैं। लोकतंत्र से दोनों देशों के गहरे संबंध हैं। अमेरिकी सपनों के लिए भारत बराबर का साझीदार है। अमेरिकी सपनों में भारतीयों का भी योगदान है।"

पीएम मोदी ने कहा, "200 सालों से हमने आपसी भरोसे को बढ़ाया है। भारत-अमेरिका के संबंधों पर महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर का प्रभाव है। दो सदी तक हमने एक-दूसरे को प्रभावित किया है। भारत और अमेरिका के लिए लोकतांत्रिक मूल्य मायने रखते हैं। लोकतंत्र समानता और सम्मान का प्रतीक है। भारत लोकतंत्र की जननी है। लोकतंत्र ही चर्चा और विमर्श का जरिया है। अमेरिका अगर सबसे पुराना देश है तो भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र है। हम मिलकर दुनिया को नया भविष्य दे सकते हैं।"

पीएम मोदी ने आगे कहा, "भारत दुनिया की आबादी का छठा हिस्सा है। पिछली शताब्दी में जब भारत को आजादी मिली तो इससे अन्य देशों को भी प्रेरणा मिली। इस सदी में जब भारत विकास का बेंचमार्क स्थापित करेगा तो अन्य देश भी इससे प्रेरित होंगे। हमारा विजन है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास। हम अलग-अलग परिस्थितियों और इतिहास से आते हैं, लेकिन हम एक समान दृष्टिकोण और एक समान नियति से एकजुट हैं।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी संसद को करीब एक घंटे तक संबोधित किया। इस मौके पर अमेरिकी संसद के दोनों सदनों- सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स जिन्हें भारत के लिहाज से क्रमशः राज्यसभा और लोकसभा माना जा सकता है, के सांसद मौजूद रहे।