मालदीव ने भारत से सेना को वापस बुलाने को कहा, 15 मार्च तक की डेडलाइन: रिपोर्ट

राष्ट्रपति कार्यालय में पब्लिक पॉलिसी विभाग के सचिव अब्दुल्ला नाज़िम इब्राहिम ने कहा कि भारतीय सैन्यकर्मी मालदीव में नहीं रह सकते। यह राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू और उनकी सरकार की नीति है।

Updated: Jan 14, 2024, 07:54 PM IST

भारत और मालदीव के बीच बिगड़ते रिश्ते के बीच मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत को 15 मार्च तक अपने सैनिकों को वापस बुलाने के लिए कहा है। मालदीव के राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय सैन्यकर्मियों को 15 मार्च तक देश छोड़ देना चाहिए। यह घटनाक्रम मोहम्मद मुइज्जू द्वारा चुने जाने के बाद चीन की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर शी जिनपिंग से मुलाकात के कुछ दिनों बाद सामने आया है।

राष्ट्रपति कार्यालय में पब्लिक पॉलिसी विभाग के सचिव अब्दुल्ला नाज़िम इब्राहिम ने कहा कि भारतीय सैन्यकर्मी मालदीव में नहीं रह सकते। यह राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू और उनकी सरकार की नीति है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मालदीव में करीब 88 भारतीय सैनिक अभी मौजूद हैं।

राष्ट्रपति चुनाव में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रचार के दौरान लोगों को भारतीय सेना को वापस भेजने का मुद्दा उछाला था। उन्होंने कैंपेन में साफ कहा था कि वह चुने जाते हैं तो भारतीय सेना देश में नहीं रहेगी। मालदीव के वर्तमान राष्ट्रपति अपने "इंडिया आउट" अभियान के साथ सत्ता में आए और उन्हें चीन का करीबी माना जाता है।

राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद उन्होंने इसका ऐलान भी कर दिया। साथ ही भारतीय प्रतिनिधि के रूप में शपथ ग्रहण में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू को राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारतीय सेना हटाने का अनुरोध किया था। हालांकि, यह करीब दो महीना पहले की बात है। लेकिन अब लक्ष्यद्वीप विवाद और मुइज्जू की चीन यात्रा के बाद भारतीय सेना हटाने की कवायद मालदीव ने तेज करते हुए एक डेडलाइन फिक्स कर दी है।