सत्ता जाते ही संकट में घिरे इमरान खान, करीबियों के घर छापेमारी, देश छोड़ने पर भी रोक

सरकार बचाने की इमरान खान की सारी कवायद शनिवार रात फेल हो गई, पाकिस्तानी नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान इमरान के खिलाफ 174 वोट पड़े, सत्ता से जाते ही इमरान संकट में आ गए, उनके करीबियों पर छापों की कार्रवाई शुरू हो गई

Updated: Apr 10, 2022, 09:56 AM IST

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में करीब एक महीन से जारी सियासी घमासान फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा है। शनिवार-रविवार की दरमियानी रात इमरान खान की सरकार गिर गई। इसके पहले जबरदस्त ड्रामा हुआ। वोटिंग से बचने के लिए इमरान ने हर पैंतरा आजमाया। स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के इस्तीफे भी करा दिए, लेकिन सारी कवायद फेल रही। विपक्ष ने नया स्पीकर चुना और फिर वोटिंग हुई और सरकार गिर गई।

सत्ता से बेदखल होते ही इमरान खान संकट में आ गए हैं। आधी रात सरकार गिरते ही उनके करीबियों के यहां छापे पड़ने शुरू हो गए। रविवार तड़के इमरान खान का सोशल मीडिया देखने वाले अर्सलान खालिद के घर छापा मारा गया है। खालिद के परिवार के सभी सदस्यों के फोन छीन लिए गए। इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए- इंसाफ ने खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी। 

यह भी पढ़ें: गिर गई इमरान ख़ान की सरकार, शहबाज शरीफ़ होंगे पाकिस्तान के नए हुक्मरान

PTI ने जो जानकारी दी उसमें कहा गया है कि ये कार्रवाई सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी के आरोप में की गई है, जबकि खालिद ने कभी किसी को सोशल मीडिया पर एक शब्द तक नहीं कहा। उधर, पाकिस्तानी अधिकारियों ने यह जानकारी नहीं दी है कि खालिद के घर छापेमारी की असली वजह क्या है।   

सत्ता से हटने के बाद इमरान के देश छोड़नेे के कयास लगाए जा रहे थे। इस्लामाबाद में सेना तैनात कर दी गई है। देश का कोई भी नेता या अफसर बिना NOC के मुल्क नहीं छोड़ सकेगा। शनिवार देर रात इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद ही इमरान, उनके मंत्री फवाद चौधरी और शाह महमूद पर भी कार्रवाई शुरू करने की तैयारी है। तीनों का नाम एग्जिट कंट्रोल लिस्ट (ECL) लिस्ट में डाले जाने की मांग को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की गई है।

बता दें कि रात में इमरान की आर्मी चीफ बाजवा और ISI चीफ नदीम अंजुम से मुलाकात सिर्फ 10 मिनट बाद इस्लामाबाद की सड़कों पर फौज की गाड़ियां गश्त करने लगी थी। जिसके बाद माना जा रहा था कि सरकार के साथ सेना में भी बड़ा फेरबदल हो सकता है। बाजवा की जगह पूर्व ISI चीफ जनरल फैज हमीद को नया आर्मी चीफ बनाने की खबरें चल रही थी।