शिवपुरी में केंद्रीय मंत्री सिंधिया पर मधुमक्खियों का हमला, एक दर्जन लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर मारे डंक
हमले के बाद सिंधिया के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें जैसे तैसे बाहर निकाला। मधुमक्खियों ने करीब एक दर्जन लोगों पर हमला किया है।
शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी से अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां केंद्रीय मंत्री सिंधिया पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। लोग जबतक कुछ समझ पाते सैकड़ों मधुमक्खियों ने डंक मारना शुरू कर दिया। स्थिति ये हुई कि सिंधिया को ड्रेजिंग मशीन का उद्घाटन किए बगैर भागना पड़ा।
घटना शनिवार दोपहर 3.30 बजे की है। शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क की चांदपाठा झील में मौजूद जलकुंभी को हटाने के लिए 1 करोड़ 20 लाख की लागत से ड्रेजिंग मशीन बुलवाई गई थी। सिंधिया इसका ही उद्घाटन करने पहुंचे थे। जलकुंभी की वजह से यहां नौका विहार बंद है।
चांदपाठा झील के पानी पर बने प्लेटफॉर्म पर सेलिंब क्बल पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया के साथ कुछ लोगों को ही जाने की अनुमति थी। सिंधिया जैसे ही ड्रेजिंग मशीन की ओर बढ़े तभी मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर लिया। 12 से ज्यादा लोगों को मधुमक्खियों ने डंक मार घायल कर दिया। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें जैसे-तैसे बाहर निकाला। हमले के कारण सिंधिया बिना उद्घाटन किए ही उल्टे पांव वहां से भागे।
बता दें कि सिंधिया के साथ ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, शिवपुरी के विधायक देवेंद्र जैन, जिला अध्यक्ष राजू बाथम सहित कई बीजेपी के नेता वहां पहुंचे थे।उद्घाटन के लिए चांदपाठा झील के अंदर पानी पर बने प्लेटफार्म पर जाना था, जिसके लिए सिर्फ ज्योतिरादित्य सिंधिया और ऊर्जा मंत्री को अनुमति थी। बाकी लोगों को सेलिंग क्लब पर ही ऊपर रोक दिया गया था।
यह भी पढे़ं: उज्जैन में पार्टी नेताओं पर फूटा BJP कार्यकर्ताओं का गुस्सा, प्रभारी मंत्री के सामने ही पूर्व MLA की हुई पिटाई
सिंधिया जैसे ही ड्रेजिंग मशीन की ओर बढ़े तभी अचानक सेलिंग क्लब के निचले हिस्से में बैठी मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। हमले के बाद वहां अफरा तफरी मच गई। सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया को पानी के प्लेटफार्म से बाहर निकाला और गाड़ी में बैठाया। इस दौरान मधुमक्खियों ने करीब दर्जन भर लोगों को काट लिया है।
बताया जा रहा है कि उद्घाटन करते हुए सिंधिया का वीडियो शूट करने के लिए ड्रोन उड़ाया जा रहा था। यही ड्रोन सिंधिया के लिए मुसीबत बन गई। उसी की आवाज और हवा के चलते मधुमक्खियां भड़क गई थी।