भोपाल में करणी सेना का बड़ा प्रदर्शन, सीएम हाउस कूच कर रहे करणी सैनिकों को पुलिस ने रोका

CM हाउस का घेराव करने जा रहे करणी सैनिकों को नीलबड़ चौराहे के पास पुलिस ने रोका, पुलिसकर्मियों के साथ करणी सैनिकों की हुई नोंकझोंक

Updated: Oct 08, 2023, 04:27 PM IST

भोपाल। विधानसभा चुनाव से पूर्व करणी सेना ने शिवराज सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। विभिन्न मांगों को लेकर हजारों की संख्या में करणी सैनिक रविवार को भोपाल पहुंचे। करणी सेना ने सीएम हाउस घेराव का ऐलान किया था। हालांकि, सीएम हाउस की ओर कूच कर रहे करणी सैनिकों को नीलबड़ चौराहे के पास ही पुलिस ने रोक दिया है।

नीलबड़ में पुलिस और प्रदर्शनकारी करणी सैनिकों में नोकझोंक देखने को मिली। हालांकि बाद में करणी सेना के कार्यकर्ता बेरिकेड्स हटाकर आगे बढ़ गए। करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष अनुराग प्रताप सिंह राघव ने कहा कि हमारी लड़ाई प्रशासन से नहीं है। हम अनुशासन पूर्वक सीएम हाउस का घेराव करने जा रहे हैं। बावजूद अगर प्रशासन ने हम पर लाठी चार्ज किया तो हम वादा करते हैं कि सरकार को बैसाखी पर लाकर छोड़ेंगे। 

करणी सेना ने प्रदेश अध्यक्ष अनुराग प्रताप सिंह राघव ने कहा कि हम पहले 2 आंदोलन कर चुके हैं। तब केवल आश्वासन देकर आंदोलन समाप्त करा दिए गए थे। उसके बाद भी कोई निर्णय नहीं लिया गया। अब हमने फिर 10 सूत्रीय मांगें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंचाई है। बता दें कि पुलिस ने करणी सेना के प्रदर्शन को देखते हुए नीलबड़ से भदभदा चौराहे की ओर सड़क पर जगह-जगह बैरिकेडिंग कर रखी है। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। भोपाल पुलिस कमिश्नर ने कहा कि जबरन सीएम हाउस की ओर कूच करेंगे, तो उनकी गिरफ्तारी की जाएगी।

करणी सेना की मांग

* एट्रोसिटी एक्ट के दुरुपयोग को रोकने कड़े कानून बनाए। ऐसे केस में जांच के बाद ही गिरफ्तारी होना चाहिए। 
* क्षत्रिय समाज के इतिहास से हो रही छेड़छाड़ के खिलाफ इतिहास संरक्षण कमेटी बने।
* ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ करने वाले पर आपराधिक मामला दर्ज हो, ऐसा कानून बने।
* EWS आरक्षण में राजस्थान की तर्ज पर प्रमाण-पत्र बनने में आय स्रोतों में तुरंत सरलीकरण लागू हो।
* पंचायत राज चुनावों में EWS आरक्षण लागू हो, गरीब सवर्णों की लोकतांत्रिक व्यवस्था में भागीदारी बढ़े।
* पंचायत राज चुनावों में EWS आरक्षण लागू हो, गरीब सवर्णों की लोकतांत्रिक व्यवस्था में भागीदारी बढ़े।
* राजस्थान में गुर्जरों के देवनारायण बोर्ड की तर्ज पर राजपूत के लिए 200 करोड़ के बजट के साथ महाराणा प्रताप बोर्ड का गठन हो।
* क्षत्रिय वीर योद्धाओं को आज की पीढ़ी से रूबरू कराने के लिए पैनोरमा निर्माण के लिए प्राधिकरण का गठन हो।
* फिल्म-टीवी सीरियल में क्षत्रिय इतिहास को तोड़ने मरोड़ने के खिलाफ सेंसर बोर्ड के अलावा इतिहासकारों की कमेटी का गठन हो।
* युग पुरुष लोकेंद्र सिंह कालवी साहब की प्रतिमा भोपाल या इंदौर मे स्थापित की जाए।
* गौवंश के संरक्षण के लिए गौशाला निर्माण एवं गौशाला अनुदान की राशि दोगुनी की जाए।