सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करना पड़ा भारी, नरसिंहगढ़ में दिव्यांग के घर पर चला बुलडोजर
पीड़ित शख्स के घर के पास अवैध ट्रैक्टर-ट्रॉली का निर्माण चल रहा था। उसने कई बार शिकायत की थी, लेकिन प्रशासन की तरफ से कार्रवाई नहीं की गई, उल्टा शख्स को ही मुसीबत में डाल दिया गया।
नरसिंहगढ़। मध्य प्रदेश में हाईकोर्ट की फटकार के बावजूद बुलडोजर एक्शन पर लगाम नहीं लग रहा है। आलम ये है की आमजनों का आवाज दबाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने बुलडोजर को हथियार बना लिया है। नरसिंहपुर से एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां एक दिव्यांग के घर पर बुलडोजर चला दिया गया।
नरसिंहपुर जिले के एनएच 44 के किनारे रहने वाले दिव्यांग नीतेश नेमा ने लगातार शिकायतों के बाद भी प्रशासन की तरफ से परेशान किए जाते रहे। नीतेश अपने बुजुर्ग माता-पिता के साथ रहते हैं और आसपास के क्षेत्र में लोहे की ट्राली निर्माण की इकाइयां चलाई जा रही हैं, जो देर रात तक तेज आवाज के कारण उन्हें परेशान करती है।
उन्होंने कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री तक कई बार शिकायत की, लेकिन ट्रैक्टर और ट्रॉली बनाने का काम बंद नहीं हुआ और न ही कोई कार्रवाई की गई। जब उन्होंने सीएम हेल्पलाइन नंबर पर बार बार शिकायत की तो प्रशासन ने एनएच 44 के किनारे अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की।
हैरानी की बात ये है कि प्रशासन द्वारा नीतेश के घर के सामने का हिस्सा जेसीबी से तोड़ दिया गया। नीतेश का आरोप है कि यह कार्रवाई उनके शिकायत करने की वजह से की गई है। नीतेश ने कहा, मैं दो साल से इस अवैध ट्रैक्टर ट्राली निर्माण इकाइयों के खिलाफ शिकायत कर रहा हूं। सीएम हेल्पलाइन पर भी 8–10 शिकायतें की हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उल्टा मेरे घर का हिस्सा तोड़ दिया गया।