MP By Election: बीजेपी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत, कांग्रेस ने लगाया आचार संहिता तोड़ने का आरोप

Congress Complaints Against BJP: शिवराज अब भी कर रहे अफसरों के तबादले, चुनाव सभा में हुआ सरकारी अमले का इस्तेमाल, वोट के लिए अपनाए जा रहे धार्मिक हथकंडे

Updated: Oct 10, 2020, 03:54 AM IST

Photo Courtesy: India Today
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भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने बीजेपी और उसके नेताओं पर आचार संहिता तोड़ने के संगीन आरोप लगाए हैं। कांग्रेस का आरोप है कि चुनावों को प्रभावित करने के लिए बीजेपी तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। पार्टी न सिर्फ आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है, बल्कि उसके नेता खुलेआम कोरोना से बचाव के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। कांग्रेस ने इस बारे में चुनाव आयोग को चार शिकायत पत्र सौंपकर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है।  

शिवराज की सांवेर रैली का इंतजाम इंदौर नगर निगम आयुक्त ने किया
कांग्रेस का आरोप है कि सांवेर में हाल ही में हुई शिवराज सिंह चौहान की रैली की पूरी व्यवस्था इंदौर की नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने की थी। सांवेर के बिछोनिया गार्डन में यह रैली पाला बदलकर बीजेपी में गए प्रत्याशी तुलसी सिलावट के समर्थन में आयोजित की गई थी। कांग्रेस ने पत्र के साथ रैली में नगर निगम की गाड़ियों,कर्मचारियों और अधिकारियों के शामिल होने के वीडियो भी चुनाव आयोग को भेजे हैं। कांग्रेस ने इसे आचार संहिता का खुला उल्लंघन बताते हुए प्रतिभा पाल को पद से बर्खास्त करने की मांग की है।  

तुलसी सिलावट वोटरों की धार्मिक भावना भड़का रहे हैं 
कांग्रेस ने तुलसी सिलावट के प्रचार के तौर तरीकों की शिकायत भी चुनाव आयोग से की है। कांग्रेस का कहना है कि तुलसी सिलावट अपने प्रचार के लिए धार्मिक हथकंडे अपना रहे हैं और क्षेत्र के वोटरों की धार्मिक भावनाओं को भड़का रहे हैं। अपने इस आरोप के सबूत के तौर पर कांग्रेस ने तुलसी सिलावट के कई विवादास्पद नारों का उल्लेख भी अपने शिकायत पत्र में किया है। 

चुनावी फायदे के लिए ट्रांसफर-पोस्टिंग

कांग्रेस ने अपने शिकायत पत्र में शिवराज सरकार द्वारा चुनावी फायदे के लिए ट्रांसफर-पोस्टिंग किए जाने का आरोप भी लगाया है। कांग्रेस ने लिखा है कि एक तरफ जहां उपचुनाव वाले इलाकों में चुनाव को प्रभावित करने के लिए अपने पसंदीदा अधिकारियों का ट्रांसफर किया जा रहा है, वहीं दतिया में तैनात प्रशासनिक अधिकारियों का ट्रांसफर पिछले चार वर्षों से नहीं हुआ है। ऐसे में बीजेपी चुनाव को प्रभावित कर सकती है। कांग्रेस ने कहा है कि मध्य प्रदेश सरकार ने चुनाव को प्रभावित करने के लिए 12 प्रशासनिक अधिकारियों के तबादले उपचुनाव वाले क्षेत्र में किए हैं। 

इसके साथ ही कांग्रेस का कहना है कि दतिया में तीन अधिकारियों अशोक चौहान ( अनुविभागीय अधिकारी ), नितेश भार्गव ( नायब तहसीलदार ), और शालिनी भार्गव की पोस्टिंग के चार साल बीत जाने के बाद भी उनका तबादला नहीं किया गया है। कांग्रेस का आरोप है कि इन अधिकारियों को राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का संरक्षण प्राप्त है। कांग्रेस का आरोप है कि अशोक चौहान और नितेश भार्गव क्षेत्र में खुलकर बीजेपी के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। जबकि शालिनी भार्गव का ट्रांसफर पहले ही हो चुका है, लेकिन बीजेपी नेताओं के दबाव में उन्हें भेजा नहीं गया है।  

गोहद रैली के दौरान कोरोना के नियमों का उल्लंघन

कांग्रेस ने चुनाव आयोग को भेजी शिकायत में कहा है कि 7 अक्टूबर को गोहद में बीजेपी प्रत्याशी रणवीर जाटव के समर्थन में आयोजित रैली के दौरान कोरोना के नियमों का सरेआम उल्लंघन किया गया। गोहद के एसडीएम ने रैली में 100 से ज़्यादा लोगों के शामिल होने की अनुमति नहीं दी थी। लेकिन रैली में एक हज़ार से ज़्यादा लोग जमा किए गए। कांग्रेस ने कहा है कि अखबारों में छपी रिपोर्ट्स से साफ है कि रैली में न तो लोगों ने मास्क पहना था और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा था। रैली में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मुख्य वक्ता के तौर पर मौजूद थे। कांग्रेस ने इस मामले में गोहद के प्रत्याशी रणवीर जाटव, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर और भिंड बीजेपी के अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है।