भ्रष्टाचार पर कांग्रेस ने बनाई MP फाइल्स वेब सीरीज, पीएम मोदी को भेंट करेंगे सीडी

मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ताओं ने 18 सालों में भाजपा की सरकार के दौरान हुए घोटालों और गड़बड़ियों को लेकर एमपी फाइल्स नमक एक वेब सीरीज बनाई है।

Updated: Jun 21, 2023, 09:00 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। चुनाव प्रचार अभियान में सभी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। विपक्षी दल कांग्रेस पीछे 18 सालों में भाजपा की सरकार के दौरान हुए घोटालों और गड़बड़ियों को लेकर हमलावर है। इसी बीच अब खबर आई है की भ्रष्टाचार पर कांग्रेस ने बनाई MP फाइल्स नमक वेब सीरीज भी तैयार की है।

जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ताओं ने 18 सालों में भाजपा की सरकार के दौरान हुए घोटालों और गड़बड़ियों को लेकर यह वेब सीरीज बनाई है। इनमें 225 घोटालों को शामिल किया गया है। जल्द ही इसका वीडियो रिलीज किया जाएगा। कांग्रेस इस वेब सीरीज का सीडी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अन्य भाजपा नेताओं को भी भेंट करेगी। 
वेब सीरीज तैयार करने वाले मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह राजावत ने कहा कि, "18 साल पहले 2003 में भाजपा ने स्वर्णिम मप्र बनाने का नारा दिया था। जनता ने उनपर विश्वास करते हुए बहुमत दिया लेकिन वो विफल रहे। 2008 में कहा आत्मनिर्भर मप्र बनाएंगे उसमें भी विफल रहे। 2013 में कहा हम समृद्ध और विकसित मप्र बनाएंगे। इसमें भी विफल रहे। 2018 में एक नया नारा दिया कि हम गुजरात मॉडल पर बनाएंगे। जब मंथन करके उसका पूरा सार निकलकर सामने आया तो अमृत एक तरफ था और विष दूसरी तरफ था। 18 साल का विष देखा तो उसमें देखा गया कि 225 घोटाले हो चुके हैं। जनता ठगी जा चुकी है।"

सिद्धार्थ राजावत ने कहा, "हम प्रवक्ताओं ने इन घोटालों पर एक वेबसीरीज बनाई है। उसे नाम दिया है मप्र फाइल्स। इस वेबसीरीज में सिंहस्थ घोटाला, ओम सर्किट घोटाला, महाकाल घोटाला, चिक्की घोटाला, यूनिफार्म घोटालों को मिलाकर एक पूरी मध्य प्रदेश फाइल्स की वीडियो सीडी बनाई है। ये सीडी हम 27 जून को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेंट करेंगे। कि आप इस सीडी को देखें और, जिस तरह से आपने कश्मीर फाइल्स को टैक्स फ्री किया था उसी प्रकार इन घोटालों पर एक वेबसीरीज बनवाकर उसे टैक्स फ्री करें और जनता को दिखाएं। किस तरह से 18 सालों में घोटाले हुए। किस तरह से जनता का टैक्स खा गए, किसानों का मुआवजा खा गए।"