कोरोना समीक्षा बैठक में स्थानीय विधायक की नो एंट्री, पटवारी बोले- लोकतंत्र का अपमान कर रहे शिवराज
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना की समीक्षा बैठक करने इंदौर पहुंचे थे, बैठक में स्थानीय विधायक जीतू पटवारी को पहले आमंत्रित किया फिर गेट से वापस लौटाया

इंदौर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को कोरोना की समीक्षा बैठक करने इंदौर पहुंचे थे। हैरानी की बात ये है कि बैठक में स्थानीय विधायक जीतू पटवारी को एंट्री नहीं मिली। कारण वह दूसरे पार्टी के हैं। मामले पर कांग्रेस एमएलए पटवारी ने सीएम पर लोकतंत्र को अपमानित करने का आरोप लगाया है। पटवारी ने कहा कि सीएम भयभीत हैं, और जनता के सवालों से बचने के लिए भागते फिर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक सीएम की बैठक के लिए पहले एडीएम ने जीतू पटवारी को फोन किया था। एडीएम ने उन्हें समीक्षा बैठक में आने का न्योता भी दिया था। लेकिन जब तय समय पर वे AICTSL जहां बैठक होनी थी पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें अंदर जाने ही नहीं दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लिस्ट में उनका नाम नहीं है।
मामले पर कांग्रेस विधायक ने ट्वीट कर कहा, 'दरअसल, कोरोना समीक्षा के लिए इंदौर आए शिवराज सिंह चौहान विपक्ष और जनता के सवालों का सामना करने से- डरते रहे, बचते रहे, भागते रहे!! क्योंकि, इस भयभीत मुख्यमंत्री में अब सच का सामना करने का साहस ही नहीं है!'
दरअसल, कोरोना समीक्षा के लिए इंदौर आए@ChouhanShivraj विपक्ष और जनता के सवालों का सामना करने से -
— Jitu Patwari (@jitupatwari) July 4, 2021
- डरते रहे!
- बचते रहे!!
- भागते रहे!!!
क्योंकि, इस भयभीत मुख्यमंत्री में
अब सच का सामना करने का साहस ही नहीं है!https://t.co/zeciazkqoZ https://t.co/zq30wfz8ZL
इस दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान पटवारी ने कहा कि, 'जन प्रतिनिधि को कोविड की समीक्षा मीटिंग में नहीं आने दिया गया, यह अपने आप में एक पाप है। हम सबको काेरोना से मिलकर लड़ना है। लेकिन सीएम विपक्ष के जनप्रतिनिधियों को बैठक में नहीं आने देंगे ताकि इनकी पोल न खुल जाए। क्या ऐसी मानसिकता के साथ हम कोरोना से लड़ाई जीत सकते हैं?'
MP में कोरोना से हुई 4 लाख लोगों की मौत- पटवारी
जीतू पटवारी ने इस दौरान दावा किया कि अकेले मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस से 4 लाख लोगों की मौत हुई है। बैठक में न शामिल होने को लेकर उन्होंने कहा, 'सीएम शिवराज ने न सिर्फ मेरा अपमान किया है बल्कि उन्होंने इंदौर शहर का भी अपमान किया है। उन्होंने लोकतंत्र को अपमानित किया है। कोरोना योद्धाओं को तो प्रतिदिन अपमानित कर रहे हैं। हमें जहां भी मौका मिलेगा, हम इन्हें नहीं छोड़ेंगे।'