MP में आदिवासी स्वाभिमान यात्रा निकालेगी कांग्रेस, 17 जिलों के 36 विधानसभा क्षेत्रों को करेगी कवर

सीधी से आदिवासी स्वाभिमान यात्रा को प्रारंभ कर 17 जिलों से होते हुए प्रदेश के सभी वर्गों पर बढ़ रहे अत्याचारों को उजागर करते हुए प्रत्येक आदिवासी जन की आवाज़ बनेंगे: डॉ विक्रांत भूरिया

Updated: Jul 16, 2023, 03:42 PM IST

भोपाल। विधानसभा चुनाव से पूर्व मध्य प्रदेश में आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। इसी बीच कांग्रेस ने शिवराज सरकार को घेरने के लिए आदिवासी स्वाभिमान यात्रा निकालने का ऐलान किया है। यह यात्रा सीधी से शुरू होकर 17 जिलों के 36 विधानसभा को कवर करते हुए झाबुआ पहुंचेगी। यात्रा का मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया और आदिवासी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रामू टेकाम करेंगे।

मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया ने रविवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा, 'प्रदेश में नित-निरंतर हर दिन कानून व्यवस्था बदहाल हो रही है, ऐसा कोई दिन नहीं बीत रहा जिस दिन प्रदेश के किसी कोने से हिंसक खबरें ना आ रही हो। आदिवासियों पर अत्याचार अब एक आम घटना ही तरह बनकर रह गयी हैं, प्रदेश के मुखिया एक तरफ खुद को आदिवासी हितैषी होने का दंभ भरते हैं तो दूसरी तरफ उनकी ही पार्टी के विधायक प्रतिनिधि एक आदिवासी के चेहरे पर मूत्रपात करने जैसे घृणित कृत्य को अंजाम देते हैं।'

डॉ भूरिया ने आगे कहा, 'ऐसा नहीं है कि सीधी की घटना कोई एक मात्र घटना हो, ठीक से देखें तो इसी हफ्ते में इंदौर में दो आदिवासी भाइयों को कमरे में बंद कर बेरहमी से पीटा गया, दबंगो के हौंसले प्रदेश में इतने बुलंद हो चुके हैं की एक तरफ अत्याचार कर रहे हैं तो उसका वीडियो भी खुद ही बना रहे है। कुछ महीनों पहले ही महू में पुलिस की गोली से आदिवासी युवक ने अपनी जान गंवाई थी। प्रदेश में लगातार जंगलराज बढ़ रहा है और यह सब सरकार की निगरानी में ही हो रहा है।'

भूरिया ने कहा, 'हमने यह तय किया है कि हम अब सड़क पर उतरकर प्रदेश भर के आदिवासी भाई-बहनों के बीच जाएंगे और उनको इस बात से पुनः अवगत कराएंगे कि यह वही सरकार है जो आपको आदिवासी भी मानने से इनकार करती है और आपको वनवासी होने का तमगा देना चाहती है। यह वही सरकार है जो लागातर आदिवासी हितों के लिए बनाए गए "PESA" कानून को कमज़ोर करने के प्रयत्न कर रही है।'

भूरिया ने आगे कहा, 'हम सीधी से "आदिवासी स्वाभिमान यात्रा" को प्रारंभ कर 17 जिलों से होते हुए प्रदेश के सभी वर्गों पर बढ़ रहे अत्याचारों को उजागर करते हुए प्रत्येक आदिवासी जन की आवाज़ बनेंगे और जनजागृति की इस यात्रा में एक बार फिर आदिवासी हितों को मजबूती देने का काम करेंगे। यात्रा कुल 20 दिन की होगी जिसमें एक दिवस का हॉल्ट 30 जुलाई को होगा, 17 जिले और 36 विधानसभा से हम "आदिवासी स्वाभिमान" पर जनचर्चा करते हुए आगे बढ़ेंगे और इस यात्रा का समापन हम 7 अगस्त 2023 को झाबुआ में करेंगे।'