गुना: महिला ने बेईमान पुलिसवाले की सबके सामने खोली पोल, घूसखोर आरक्षक निलंबित

अत्याचार की शिकार महिला को अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत डेढ़ लाख रुपये मिले तो 40 हज़ार रुपये आरक्षक ने हड़प लिए, 15 हज़ार रुपये और माँग रहा था

Updated: Feb 22, 2021, 02:39 PM IST

Photo Courtesy : MPSamachar.in
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गुना। मध्यप्रदेश के गुना ज़िले की रहने वाली एक दलित महिला ने रिश्वतखोर पुलिस आरक्षक की क्लास लगा दी। विभाग से पैसे स्वीकृत कराने के नाम पर महिला से पैसों की वसूली कर रहे आरक्षक की महिला ने सरेआम धुनाई कर दी। भीड़ जुटती देख रिश्वतखोर पुलिस वाला महिला के हाथ पैर जोड़ने लगा। खबर मिलने पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और आरक्षक को पकड़ कर ले गए। 

गुना के सोजनाचक की रहने वाली गुलाब बाई को अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत डेढ़ लाख की राशि मिली थी। लेकिन एजेके थाने में पदस्थ आरक्षक परमानन्द शर्मा गुलाब बाई से विभागीय अधिकारीयों द्वारा पैसे ट्रांसफर करने के नाम पर उससे रिश्वत की उगाही कर रहा था। पिछले एक हफ्ते में तीन मर्तबा वो महिला से कुल 40 हज़ार रुपए की रिश्वत ले चुका था। लेकिन आरक्षक का लालच इतनी बड़ी रकम लेने के बाद भी खत्म नहीं हुआ। इसलिए आरक्षक ने महिला से और 15 हज़ार रुपये मांगने के लिए उसे शनिवार को बैंक बुलाया। लेकिन इस बार महिला का धैर्य जवाब दे गया और उसने पुलिस वाले को सरेआम घसीटकर उसकी धुनाई कर दी।  

9 महीने पहले महिला से खेत में दबंगों ने मारपीट की थी। जिसके बाद अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत दस दिन पहले ही महिला के बैंक खाते में डेढ़ लाख की राशि ट्रांसफर हुई थी। लेकिन आरक्षक परमानन्द शर्मा का कहना था कि उसके प्रयासों के बाद ही विभागीय अधिकारियों ने उसके बैंक खाते में डेढ़ लाख रुपये डलवाए हैं, इसलिए रकम का एक हिस्सा उसे देना होगा।

इसी आधार पर उसने महिला से मंगलवार और बुधवार को दस-दस हज़ार रुपये और गुरुवार को बीस हज़ार रुपये की उगाही कर भी ली थी। लेकिन इसके बाद भी उसने महिला को और 15 हज़ार रुपए देने के लिए कहा। आरक्षक ने गुलाब बाई से पैसे लेने के लिए उसे शनिवार को बैंक बुलाया। बैंक पहुँच कर गुलाब बाई ने आरक्षक को पांच हज़ार रुपए देते हुए कहा कि अभी बैंक से पांच हज़ार रुपए ही निकले हैं, इसलिए बाकी के दस हज़ार वो बाद में देगी। महिला के इतना कहने पर आरक्षक उसके साथ अभद्र व्यवहार करने लगा। इस पर गुलाब बाई को भी गुस्सा आ गया और वो आरक्षक को बाहर पकड़ कर ले आई। इसके बाद महिला ने आरक्षक को पीटना शुरू कर दिया। यह नज़ारा देखते ही भीड़ जुट गई। भीड़ जुटती देख आरक्षक महिला से माफ़ी मांगने लगा। थोड़ी ही देर में पुलिस आई और आरक्षक को पकड़ कर ले गई। यह मामला एसपी राजीव कुमार मिश्रा के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने आरक्षक परमानन्द शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।