उज्जैन में चौड़ीकरण के लिए धार्मिक स्थलों का ध्वस्तीकरण, मस्जिद के सामने धरने पर बैठीं मुस्लिम महिलाएं
लालबाई फूलबाई चौराहे पर दिग्विजय हनुमान मंदिर को शिफ्ट किया जाना है। इसके विरोध में हिंदू संगठनों के लोग धरने पर बैठ गए।
उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में अब सड़कों को चौड़ा करने के नाम पर धार्मिक स्थलों का ध्वस्तीकरण शुरू हो गया है। गुरुवार को स्थानीय लोगों के विरोध के बावजूद चौड़ीकरण के लिए धार्मिक स्थलों पर बुलडोजर चलाया गया। इस दौरान मस्जिद के सामने एक ओर मुस्लिम महिलाएं धरने पर बैठ गईं। वहीं हिंदुओं ने हनुमान मंदिर तोड़े जाने का विरोध किया।
दरअसल, केडी गेट से लेकर इमली तिराहा तक जून 2023 में चौड़ीकरण का काम शुरू हुआ था। बीच में 13 मंदिर, 1 मजार, 2 मस्जिद, 2 जैन मंदिर जद में आ रहे हैं। 32 मकानों की गैलरी और आगे के हिस्से भी तोड़े जाने हैं। इसके बाद इस रास्ते पर पोल पर लाइन खींचते हुए सेंट्रल लाइट लगाई जाएगी और दूसरे अधूरे काम पूरे किए जाएंगे। मार्ग 15 मीटर चौड़ा किया जाना है।
प्रभावित हिस्सों को हटाने के लिए आज सुबह 5 बजे नगर निगम की टीम भारी पुलिस बल के साथ पहुंची। अमले को इस दौरान विराेध का सामना भी करना पड़ा। मुस्लिम समाज की महिलाएं सड़क पर धरना देकर बैठ गई। हालांकि, बाद में उन्हें अधिकारियों ने वहां से हटाया।
उधर, लालबाई फूलबाई चौराहे पर दिग्विजय हनुमान मंदिर को शिफ्ट किया जाना है। इसके विरोध में हिंदू संगठनों के लोग धरने पर बैठ गए। इसके बाद कार्रवाई कुछ देर के लिए रोक दी गई। लालबाई फूलबाई मार्ग पर सड़क किनारे स्थित तीन छोटे प्राचीन मंदिरों को नगर निगम के कर्मचारियों ने सामने की ओर सड़क किनारे बने नए छोटे मंदिरों में शिफ्ट किया।
इच्छामन गणेश मंदिर को जेसीबी से तोड़े जाने पर लोगों ने विरोध जताया तो एएसपी जयंत राठौड़ मौके पर पहुंचे। उन्होंने नगर निगम टीम को जेसीबी का उपयोग नहीं करने और कटर मशीन से दीवार और छठ का हिस्सा गिराने के लिए कहा। इस सहमति के बाद लोग इच्छामन गणेश मंदिर से हटे।