Kisan Maha Panchayat Live: रतलाम और धार में हुई दिग्विजय सिंह की किसान महापंचायत, किसान नेता चढूनी भी हुए शामिल

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज से शुरू किया किसानों की गैर-राजनीतिक महापंचायत का सिलसिला, कांतिलाल भूरिया और अरुण यादव भी मौजूद रहे, लेकिन मंच की जगह दर्शकों के बीच बैठे

Updated: Mar 04, 2021 02:40 PM IST

धार ज़िले के रातीखेड़ा में जुटे हज़ारों किसान

धार ज़िले के रातीखेड़ा में जुटे हज़ारों किसान

Photo Courtesy: Twitter/Arun Yadav

आज धार जिले के रातीखेड़ा में कृषि कानूनों के खिलाफ आयोजित किसान महापंचायत में हज़ारों किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस आयोजन में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ-साथ कांग्रेस के कई और दिग्गज नेता भी मौजूद रहे। लेकिन एलान के मुताबिक सभी नेता दर्शकों के बीच ही बैठे। सिर्फ अरुण यादव ने किसानों को संबोधित किया, लेकिन वो भी कांग्रेस नेता के तौर पर नहीं, बल्कि किसान नेता के रूप में।

 

 

महापंचायत में दर्शकों के बीच बैठे दिग्गज नेता, किसानों के लिए समर्पित रही महापंचायत

महापंचायत में दर्शकों के बीच बैठे दिग्गज नेता, किसानों के लिए समर्पित रही महापंचायत

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की पहल पर आज रतलाम के डेलनपुर गांव से मध्य प्रदेश में किसान महापंचायत की शुरुआत हुई। महापंचायत में दिग्विजय सिंह के साथ ही कांतिलाल भूरिया और अरुण यादव भी शामिल हुए। लेकिन कांग्रेस के ये वरिष्ठ नेता महापंचायत के दौरान न मंच पर नहीं आम लोगों के बीच बैठे। जैसा कि दिग्विजय सिंह किसान महापंचायतों का एलान करने के बाद से बार-बार स्पष्ट करते आए हैं, उन्होंने आज के आयोजन में इस बात का पूरा ख्याल रखा कि महापंचायत पूरी तरह गैर-राजनीतिक हो और किसानों के हितों की बात पर ही पूरा ध्यान रहे। दलगत राजनीति को इस आयोजन से पूरी तरह दूर रखा गया।

महापंचायत में आम लोगों के बीच बैठे दिखे दिग्विजय सिंह

मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के डेलनपुर में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के आह्वान पर आयोजित महापंचायत में दिग्विजय सिंह आम लोगों के बीच बैठे दिखाई दिए। तस्वीरों में हजारों की तादाद में मौजूद किसानों को देखा जा सकता है। 

रतलाम के डेलनपुर में किसान महापंचायत शुरू

रतलाम के डेलनपुर में किसान महापंचायत शुरू

दिग्विजय सिंह की पहल पर हो रही मध्य प्रदेश के पहली किसान महापंचायत अब से थोड़ी देर पहले रतलाम जिले के डेलनपुर में शुरू हो गई है। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में हो रही इस किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी भी डेलनपुर पहुंच चुके हैं।

दिग्विजय सिंह ने रतलाम में किसान महापंचायत से पहले प्रेस कॉन्फ़्रेंस की

दिग्विजय सिंह ने रतलाम में किसान महापंचायत से पहले प्रेस कॉन्फ़्रेंस करके अपनी इस मुहिम के बारे में पूरी जानकारी दी। उन्होंने एक बार फिर से साफ किया कि किसानों के मुद्दे को उठाने के लिए शुरू की गई इस मुहिम को पूरी तरह गैर-राजनीतिक ढंग से चलाया जाएगा। उन्होंने यह भी साफ किया कि वरिष्ठ नेता अरुण यादव आज की महापंचायत को कार्यक्रम में एक किसान नेता के तौर पर संबोधित करेंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिग्विजय सिंह के साथ ही अरुण यादव और कांतिलाल भूरिया भी मौजूद रहे। 

दिग्विजय सिंह : किसान पंचायतों में कई संगठनों का सहयोग मिलने की उम्मीद

दिग्विजय सिंह ने कृषि कानूनों के खिलाफ सत्याग्रह कर रहे तमाम संगठनों और आम लोगों से इन किसान महापंचायतों से जुड़ने की अपील की है। उन्होंने बताया है कि तकरीबन 26 किसान संगठनों ने भी किसान महापंचायतों में शामिल होने की सहमति दी है। दिग्विजय सिंह साफ कर चुके हैं कि इन महापंचायतों में सिर्फ बीजेपी और आरएसएस से जुड़े संगठन ही शामिल नहीं होंगे। गैर बीजेपी दलों में समाजवादी पार्टी, बीएसपी, जेडीयू, सीपीआई, सीपीएम, शिवसेना, एनसीपी, आरजेडी समेत कई अन्य दलों के नेताओं ने किसान महापंचायत का समर्थन करने की बात कही है। लेकिन यह बात बिलकुल साफ है कि किसान महापंचायत में किसी भी दल का झंडा नहीं लगेगा। सिर्फ देश के तिरंगे झंडे के तहत ही सारा कार्यक्रम किया जाएगा।

कुछ अलग ही अंदाज़ में होंगी किसान महापंचायतें

दिग्विजय सिंह का कहना है कि किसान महापंचायतों का मुख्य मकसद कृषि कानूनों की वजह से किसानों के जीवन पर पड़ने वाले खतरनाक असर के बारे में जागरूकता फैलाना है। इन किसान महापंचायतों का आयोजन बिलकुल अलग और सादगीपूर्ण अंदाज़ में किया जाएगा। इन आयोजनों की खास बातें कुछ इस तरह होंगी: 

- इन महापंचायतों में कोई टेंट या स्टेज नहीं होगा।

- दो ट्रैक्टरों की ट्रॉली को जोड़कर मंच बनाया जाएगा, जिस पर कोई नेता नहीं बैठेगा। सभी लोग आम किसानों के तरह ही नीचे बैठेंगे।

- मंच पर न किसी का स्वागत होगा, न फूल माला होगी, न कोई सम्मान दिया जाएगा।

- मंच पर सिर्फ वही लोग चढ़ेंगे जिन्हें कुछ बोलना हो और संबोधन के बाद वह नीचे उतर जाएंगे।

- कार्यक्रम की शुरुआत महात्मा गांधी की रामधुन के साथ आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि देकर की जाएगी।

- लोगों से अपेक्षा है कि वे बैठने के लिए दरी अपने घर से लेकर आएंगे। सभी लोग दरी पर ही बैठेंगे।

- कार्यक्रम में खाना भी लोगों को घर से लेकर आना होगा और ज़मीन पर बैठकर सभी लोग वहीं भोजन ग्रहण करेंगे।

- कार्यक्रम में कोई राजनीतिक झंडा नहीं होगा बल्कि सभी लोग देश का झंडा तिरंगा अपने हाथों में लिए रहेंगे।

किसान नेता गुमनाम सिंह चढूनी आज किसान महापंचायत में शामिल हो रहे हैं

दिग्विजय सिंह की पहल पर होने जा रही किसान महापंचायतों में आज बड़े किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी भी शामिल होंगे। वे आज दोपहर धार में होने वाली किसान महापंचायत में मुख्य वक्ता के तौर पर अपनी बात रखेंगे। गुरनाम सिंह दिल्ली में तीन महीने से ज्यादा समय से जारी किसानों के धरने के प्रमुख नेताओं में शामिल हैं। वे चालीस किसान नेताओं के उस प्रतिनिधिमंडल में भी शामिल रहे हैं, जिसने केंद्र सरकार के साथ बारह दौर की वार्ता की है। दिल्ली में जारी आंदोलन के संचालन के लिए बने संयुक्त किसान मोर्चा के भी वे सक्रिय नेता हैं।  

दिग्विजय सिंह: पूरी तरह ग़ैर-राजनीतिक होंगी किसान महापंचायतें

दिग्विजय सिंह साफ कर चुके हैं कि उनकी पहल पर होने जा रही सभी किसान महापंचायतें पूरी तरह से गैर राजनीतिक होंगी। इनमें किसी भी राजनीतिक दल का झंडा शामिल नहीं होगा। सभी लोग तिरंगे झंडे को सामने रखकर केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध करेंगे। 

अगले तीन दिनों के दौरान 6 किसान महापंचायतें करेंगे दिग्विजय सिंह

दिग्विजय सिंह की पहल पर होने जा रही इन महापंचायतों का सिलसिला आज यानि 4 मार्च को रतलाम के डेलनपुर गांव से शुरू होने जा रहा है। इसके बाद धार में भी आज ही महापंचायत होगी।

- कल यानि 5 मार्च को बड़नगर और शाजापुर में महापंचायत होगी।

- परसों यानि 6 तारीख को सीहोर के श्यामपुर और बैरसिया के शाहपुर में महापंचायत की जाएगी।

दिग्विजय सिंह ने एलान किया है कि इसके बाद भी प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में किसान महापंचायतों का सिलसिला जारी रखा जाएगा। 

मध्य प्रदेश में आज से शुरू होगा किसानों की गैर-राजनीतिक महापंचायतों का सिलसिला

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ पूरे प्रदेश में अलख जगाने का एलान किया है। वे आज रतलाम और धार में किसानों की महापंचायत करके इस अभियान की शुरूआत करने जा रहे हैं।