खरगोन: एकतरफा कार्रवाई पर दिग्विजय सिंह ने उठाए सवाल, सीएम शिवराज को याद दिलाई शपथ

खरगोन प्रशासन पर लग रहे एकतरफा कार्रवाई के आरोप, रिपोर्ट्स के मुताबिक सिर्फ मुस्लिमों की हुई गिरफ्तारी, उनके ही घर और मकान तोड़े गए, दिग्विजय सिंह बोले- धर्म देखकर कार्रवाई करना असंवैधानिक है

Updated: Apr 12, 2022, 05:28 AM IST

खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी पर हुई हिंसा के बाद पुलिस कार्रवाई पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रशासन ने अबतक सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। शिवराज सरकार पर अल्पसंख्यकों को टारगेट करने के आरोप लग रहे हैं। पूर्व सीएम व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज को विधानसभा में ली गई शपथ याद दिलाई है।

दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, 'क्या ख़रगोन प्रशासन ने लाठी तलवार जैसे हथियारों को ले कर जुलूस निकालने की इजाज़त दी थी? क्या जिन्होंने पत्थर फेंके चाहे जिस धर्म के हों सभी के घर पर बुलडोज़र चलेगा? शिवराज जी मत भूलिए आपने निष्पक्ष हो कर सरकार चलाने की शपथ ली है।' 

कांग्रेस नेता ने आगे लिखा है कि, 'भारतीय संविधान में हर नागरिक को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है। धर्म देख कर शिवराज जी कार्रवाई करना असंवैधानिक है। मैं मूल रूप से बिना नोटिस बिना किसी को सुनें कार्रवाई के खिलाफ हूँ। क्या भारत के किसी क़ानून या नियम में इस बुलडोज़र संस्कृति का प्रावधान है? यदि आपको ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से बुलडोज़र चलाना ही है तो उसमें धर्म के आधार पर पक्षपात तो ना करें।'

खरगोन से आ रही खबरों के मुताबिक पुलिस ने 11 से ज्यादा FIR दर्ज किया है। लेकिन सारे FIR अल्पसंख्यकों के खिलाफ ही दर्ज हुई है। पुलिस का कहना है कि दूसरे पक्ष की ओर से कोई शिकायत नहीं आई है। प्रशासन ने दो दर्जन से ज्यादा दुकान और मकानों को जमींदोज किया है। ये सभी मुस्लिम समुदाय के लोगों के ही थे। इसके अलावा 80 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारियां हुई जिसमें सभी मुस्लिम हैं।

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर इस घटना में कपिल मिश्रा की संलिप्तता को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने मिश्रा का एक वीडियो रिट्वीट किया है। वीडियो खरगोन का ही है जिसमें कपिल मिश्रा कह रहे हैं, 'हिंदू के अलावा हमारी कोई पहचान नहीं होनी चाहिए, अगर हिन्दू के अलावा कोई और बात करता है तो समझना तुम्हारी भी कश्मीर फ़ाइल बनाने की तैयारी है, जिस घर से मूसा-अफ़ज़ल-बुरहान निकलेंगे, घर में घुसकर मरेंगे।' 

दिग्विजय सिंह ने पूछा है कि, 'क्या खरगोन प्रशासन व पुलिस ने यह भाषण नहीं सुना? क्या इस प्रकार का भाषण जनता को धर्म के आधार पर भड़काने वाला नहीं है? यह खरगोन में एक स्थान का भाषण है और कहॉं कहॉं कपिल मिश्रा जी के भाषण हुए? क्या खरगोन प्रशासन व पुलिस को इसकी जानकारी नहीं थी?'