Digvijaya Singh: क्या ऐसे लोकतंत्र के लिए स्वतंत्रता सेनानियों ने दी थी क़ुर्बानी
दिग्विजय सिंह ने एक शख़्स की बेरहमी से पिटाई का वीडियो शेयर करते हुए बीजेपी पर पुलिस के साथ मिलकर विरोधियों पर हमले करने का आरोप लगाया है और देश की अदालतों से इसका संज्ञान लेने की माँग की है

भोपाल। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन के दौरान एक प्रदर्शनकारी को पुलिस और अन्य लोगों द्वारा मिलकर पीटे जाने पर कड़ी नाराज़गी जाहिर की है। दिग्गज कांग्रेस नेता ने एक शख्स की बर्बरता से हो रही पिटाई का वीडियो शेयर करते हुए पूछा है कि क्या ऐसे ही लोकतंत्र को हासिल करने के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने जान की बाजी लगाई थी। उन्होंने देश की अदालतों से ऐसी घटनाओं का संज्ञान लेने की मांग भी की है।
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, 'क्या सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट और निचली अदालतों के माननीय न्यायाधीश यह महसूस करेंगे कि जो भी बीजेपी के खिलाफ बोलने की हिम्मत करता है, उसे कुचलने के लिए बीजेपी द्वारा प्रशासन और पुलिस का किस हद तक दुरुपयोग किया जा रहा है?'
Would Hon Judges of Supreme Court High Court and Lower Judiciary please realise how the BJP is using Administration and Police to subjugate anyone who dares to speak against BJP? https://t.co/SYpTI8Jc7t
— digvijaya singh (@digvijaya_28) January 31, 2021
कांग्रेस नेता ने आगे लिखा है, 'क्या संविधान इस बात की अनुमति देता है कि कोई राजनीतिक दल अपने कार्यकर्ताओं को पुलिस के साथ मिलकर किसी को भी पीटने की अनुमति दे? वरिष्ठ राजनेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और शांतिपूर्ण आंदोलनकारियों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करें? मनगढ़ंत कारण गिनाकर जमानत देने से इनकार कर दें?'
Does the Constitution allow any Political Party to allow their party Cadre to beat up anyone along with the Police? Register false cases against Senior Politicians, Activists, Journalists and Peaceful Agitators, deny bail on flimsy grounds?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) January 31, 2021
राज्यसभा सांसद ने न्यायपालिका से सवाल पूछते हुए लिखा है, 'सम्मानित सिविल राइट्स एक्टिविस्ट्स जो भीमा कोरेगांव में हुए अत्याचारों के खिलाफ आवाज़ उठाई, वे पिछले 3 साल से जेल में हैं? क्या यही वह लोकतंत्र है जिसके लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी जान की कुर्बानी दी थी, ताकि हम आज़ाद हो सकें? हम कहां जा रहे हैं योर लॉर्डशिप्स? इतिहास माफ नहीं करेगा।'
Respected Civil Right Activists who spoke against the atrocities in Bhima Koregaon are languishing in Jail since last 3 years? Is this the Democracy for which our Freedom Fighters gave their life to win our Freedom?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) January 31, 2021
Where are we heading YOUR LORDSHIPS? History would not forgive.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने ये टिप्पियां लेखक और एक्टिविस्ट अर्जुन सेठी के जिस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कही हैं, उसमें अर्जुन ने लिखा है कि, 'भारत में आज क्या कुछ हो रहा है उसे जानने के लिए यह अकेला वीडियो काफी है। दिल्ली पुलिस और हिंदुत्व मोर्चे की भीड़ साथ मिलकर किसानों, निर्दोष प्रदर्शनकारियों और उन सभी लोगों पर हमले कर रही है जो न्याय के लिए खड़े हो रहे हैं।' अर्जुन ने इसके साथ ही दो दिन पहले का वह वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें दिल्ली पुलिस के साथ-साथ सादे कपड़ों में नज़र आ रहे कुछ लोग मिलकर एक शख्स को बेरहमी से पीट रहे हैं। वह शख्स ज़मीन पर बेहाल पड़ा है, फिर भी उसे लगातार लाठियों से पीटा जा रहा है।