आगर मालवा में संतरे के पेड़ के नीचे हो रहा था लोगों का इलाज, प्रशासन ने झोलाछाप डॉक्टरों पर की कार्रवाई

आगर मालवा के धनिया खेड़ी गांव के पास के एक बगीचे के मामला, अस्पताल के बजाय बगीचे में किया जा रहा था लोगों का उपचार

Updated: May 05, 2021, 11:37 AM IST

आगर मालवा। इस समय मध्यप्रदेश के कई इलाकों में लोगों को अस्पताल में भर्ती होने के लिए जगह नहीं मिल रही है। अस्पतालों में बिस्तरों की किल्लत इतनी है कि अब आगर मालवा में संतरे के पेड़ों के नीचे लोगों का इलाज शुरू हो गया है। आगर मालवा के धनिया खेड़ी गांव के पास का बागीचा लोगों के लिए अस्पताल में तब्दील हो गया है।

धनिया खेड़ी से करीब आधा किलोमीटर की दूरी पर कुछ झोलाछाप डॉक्टरों ने अस्पताल में बिस्तर की किल्लत होने की वजह से अपना धंधा शुरू कर दिया। लोगों को संतरे के पेड़ के नीचे लेटा कर उनका इलाज शुरू कर दिया। डॉक्टर पेड़ पर ही सलाइन लगा कर लोगों का उपचार कर रहे थे। इस दौरान सामाजिक दूरी से लेकर मास्क तक, कोरोना के सभी नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं, सो अलग। 

संतरे के पेड़ के नीचे बना यह अस्पताल आस पास के गांवों में इतना मशहूर हुआ कि धनिया खेड़ी के आस पास के करीब दस गांवों से लोग यहां इलाज कराने आने लगे। इस बात की खबर जब प्रशासन को लगी तब, प्रशासन ने तुरंत ही इन झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई की। और संतरे के पेड़ के नीचे बने उनके अस्पताल को भी खाली करवा दिया।