Bhopal: भूखे मर रहे कलाकार, रोजगार दे सरकार

Corona Effect: कोरोना काल में आयोजन पर लगी रोक, ढोल बजाने वाले और नुक्कड़ नाटक कलाकारों की हालत दयनीय

Updated: Sep 10, 2020, 01:23 AM IST

भोपाल। कोरोना महामारी ने देश और प्रदेश के हर वर्ग को प्रभावित किया है। आर्थिक स्थिति इतनी दयनीय हो चुकी है कि आर्थिक तौर पर निचले पायदान पर आने वाला हर वर्ग अब भूखे मरने जैसी परिस्थिति का सामना कर रहा है। सबसे ज़्यादा प्रभावित वह वर्ग है जिसकी रोज़ी रोटी सार्वजनिक कार्यक्रमों के आयोजन पर निर्भर रहती थी।

राजधानी के ढोल वादक एवं नुक्कड़ कलाकार कोरोना द्वारा जनित परिस्थितियों का दंश झेल रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान किसी तरह का कोई सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित नहीं हुआ। निकट भविष्य में भी ऐसी कोई संभावना नहीं दिखती कि उत्सवों और शादी समारोह का आयोजन इस स्तर पर होना शुरू हो जाए। लिहाज़ा भूख के दलदल में फंसने को मजबूर ढोल वादक और नुक्कड़ कलाकार अब सड़क पर आ गए हैैं। और सरकार से आर्थिक सहायता की मांग कर रहे हैं।

ढोल वादक और नुक्कड़ कलाकारों की मांग को आवाज़ देने के लिए नगर निगम के पूर्व पार्षद तस्लीम वहीद लश्करी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। लश्करी ने मुख्यमंत्री को लिखा है कि कोरोना और लॉकडाउन के कारण शहर के ढोल वादक और नुक्कड़ कलाकारों को कोई काम न मिल पाने के आभाव में परिवार का भरण पोषण करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सार्वजनिक आयोजन, धार्मिक आयोजन तथा वैवाहिक आयोजन न होने की वजह से इनके भूखे मरने की स्थिति निर्मित हो गई है। लश्करी ने मुख्यमंत्री ने इन्हें राज्य सरकार की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की है। तथा राज्य सरकार की ओर से इन्हें रोजगार प्रदान करने के लिए भी कहा है।शहर के ढोल वादक और नुक्कड़ कलाकार भी यही मांग कर रहे हैं।