मुरैना में नकली नोट छापने वाल गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ा, 28 हजार के नकली नोट और प्रिंटिंग मशीन जब्त

नकली नोट छापकर मध्य प्रदेश,राजस्थान, और यूपी के गांवों में खपा रहे थे आरोपी, पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर गिरोह का पर्दाफाश किया।

Publish: Sep 07, 2023, 03:29 PM IST

Image courtesy-  Naidunia
Image courtesy- Naidunia

मुरैना। शाहिद कपूर की ‘फर्जी’ सीरीज तो आपको याद ही होगी जिसमें शाहिद कपूर शातिर तरीके से नकली नोट छाप कर स्थानीय लोगों में चला देते हैं। ये तो रील लाइफ की दुनिया की बात है लेकिन रियल लाइफ में भी ठीक इसी प्रकार मध्य प्रदेश के मुरैना जिले से नकली नोट छापने का मामला सामने आया है। यहां कुछ लोगों का गिरोह नकली नोट छापकर इन्हें गांव वालों में खपा रहे थे। पुलिस ने इस गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया और उनके पास से नकली नोट छापने की मशीने और नोट जब्त कर लिए। 

दरअसल रामपुर थाना क्षेत्र के वीरमपुरा गांव में एक गिरोह नकली नोटों का प्लांट चला रहा था। पुलिस ने मुखबिर के आधार पर इसके सरगना को पकड़ लिया। इसके बाद इस गिरोह के सदस्यों की धरपकड़ जारी है। पुलिस को जानकारी मिली थी कि मुरैना के एक गांव में लाखों रुपये के जाली नोट छापकर ग्वालियर-चंबल सहित राजस्थान व उत्तर प्रदेश तक के गांवों में खपाए जा रहे हैं। सूचना के बाद पुलिस को आरोपियों को पकड़ने में 30 दिन से ज्यादा का समय लग गया।अब पुलिस ने एक मुखबिर की सूचना पर गिरोह के सरगना को पकड़ा है।

बुधवार को पुलिस ने प्लांट चलाने वाले गिरोह के सरगना भूपेंद्र सिंह को रामपुर थाना क्षेत्र से पकड़ा। पुलिस ने इसके कब्जे से 28000 रुपये से ज्यादा के जाली नोट भी जब्त किए। पुलिस भूपेंद्र के घर पहुंची तो वहां से पुलिस को नोट छापने की सामग्री भी मिली। इसके बाद गिरोह के एक और सदस्य की जानकारी पुलिस को मिली। भूपेंद्र के साथी पिंकी धाकड़ के ठीकाने की जानकारी पुलिस मिली तो पुलिस पिंकी के ठिकाने पर पहुंची। वहां से पुलिस को 100 100 के 6 हजार 400 रुपए के फर्जी नोट और प्रिंटिंग मशीन मिली। 

पिंकी और भूपेंद्र पहले उत्तर प्रदेश के आगरा से जाली नोट लाते थे। लेकिन फिर उन्होंन खुद नोट तस्करों के साथ आगरा में रहकर कंप्यूटर की मदद से जाली नोट छापना सीखा। इसके बाद वे वीरमपुरा में रहकर नकली नोट छापने लगे। रामपुर थाना प्रभारी पवन सिंह भदौरिया का कहना है कि रामपुर में एक हाथ ठेले वाले पर एक युवक नकली नोट देकर सामान ले जाता था। उसकी शिकायत पर छानबीन की और इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ।