बच्चों की फीस भरने के लिए पिता ने लिया था कर्ज, सूदखोरों ने पीट-पीट कर उतारा मौत के घाट

बच्चों की फीस भरने के लिए सूदखोरों से पैसा उधार लेना एक पिता को भारी पड़ गया। सूदखोरों ने पहले तो ब्याज के मूल रकम वसूल कर ली, फिर अतिरिक्त पैसे मांगने लगे और नहीं देने पर हत्या कर दी।

Updated: Sep 01, 2024, 02:56 PM IST

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में बच्चों की फीस भरने के लिए सूदखोरों से पैसा उधार लेना एक पिता को भारी पड़ गया। सूदखोरों ने पहले तो मय ब्याज के मूल रकम वसूल कर ली, फिर अतिरिक्त पैसे मांगने लगे। लेनदेन के इसी विवाद पर से सूदखोरों ने हत्या की वारदात को भी अंजाम दे दिया। सूदखोरों की पिटाई से घायल दीपक सविता नाम के शख्स ने 10 दिन के उपचार के बाद दिल्ली में दम तोड़ दिया।

घटना 20 अगस्त की जीवाजी गंज इलाके का है। जीवाजीगंज निवासी सलून की दुकान पर काम करने वाले दीपक सविता को अपने बच्चों की फीस भरनी थी इसलिए उसने ऋषभ तोमर तोमर से 20 हजार उधार लिए थे। बताया गया है कि 20% के ब्याज पर यह रकम उधार ली गई थी। इसके बदले में दीपक सविता सूदखोर ऋषभ तोमर को मय ब्याज के 60 हजार लौट चुका था, लेकिन ऋषभ 20 हजार और मांग रहा था।

ऋषभ तोमर ने 20 अगस्त को दीपक सविता को बात करने के लिए कार्तिकेय मंदिर के पास बुलाया। यहां जब दीपक पहुंचा तो, ऋषभ अपने दोस्त पीयूष लोधी को लेकर वहां पहुंच गया। यहां ऋषभ और पीयूष ने पहले हवाई फायर किया और फिर दीपक सविता के साथ जमकर मारपीट की। सड़क पर पटक कर उसके पेट में लात मारी गई। इसके बाद दोनों बदमाश वहां से भाग गए। यह पूरी घटना सीसीटीवी में भी कैद हो गई।

घायल दीपक को उपचार के लिए जयारोग्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया। हालत बिगड़ने पर उपचार के लिए दिल्ली रेफर कर दिया गया। 10 दिन के इलाज के बाद शनिवार की सुबह दीपक सविता ने दम तोड़ दिया। दीपक की मौत के बाद दीपक के परिजन उसके शव को लेकर ग्वालियर आए और यहां हनुमान चौराहा पर शव रखकर शनिवार की रात को चक्का जाम कर दिया। मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने इसमें उचित कार्रवाई नहीं की है, डॉक्टरों ने भी सही रिपोर्ट नहीं बनाई है।