ग्वालियर में ह्यूमन ट्रैफिकिंग रैकेट का पर्दाफाश, अपहृत नवजात बच्ची और तीन साल का बच्चा बरामद

ग्वालियर से किडनैप हुई 20 दिन की बच्ची को भिंड और तीन साल के बच्चे को उत्तरप्रदेश से बरामद किया है। पुलिस ने पांच आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है।

Updated: Aug 26, 2024, 10:38 AM IST

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में ह्यूमन ट्रैफिकिंग रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। यहां पुलिस ने पांच दिन पहले ग्वालियर से किडनैप हुई 20 दिन की बच्ची को भिंड और तीन साल के बच्चे को यूपी के करहल से बरामद किया है। पुलिस ने इस रैकेट से जुड़े पांच आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। इनमें दो महिलाएं, एक किन्नर और दो युवक शामिल हैं।

दरअसल, ग्वालियर के मुरार में रहने वाली 25 वर्षीय सरोज वंशकार के पति की बिजली के ट्रांसफार्मर में झुलसने से मौत हो गई। इसके बाद सरोज अपनी बहन और जीजा के घर चली गई और भीख मांगकर गुजारा करने लगी। 18 अगस्त को उसकी मुलाकात 7 नंबर चौराहे पर एक महिला से हुई। अगले दिन वह महिला सरोज के घर आई और उसके बच्चों के लिए कपड़े लेकर आई थी। इसके बाद महिला सरोज को शराब पार्टी के लिए बड़ागांव हाइवे के पास हंसराज होटल लेकर पहुंची थी। जहां उसका पति भी आया। शराब पीने के बाद वे मछली मंडी गए, जहां सरोज बेहोश हो गई और दंपती उसके बच्चों को लेकर भाग गया।

पुलिस ने यह पूरा खुलासा एक मछली फ्राई की दुकान से किए गए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से किया है।अपहरण किया गया लड़का उत्तर प्रदेश के करहल में एक किन्नर के घर से बरामद किया गया है। वहीं बच्ची को भिंड के मकेटा गांव से बरामद किया है, जहां एक टिफिन सेंटर चलाने वाली महिला ने उसे खरीदा था।

पुलिस को शक है कि यह मामला एक बड़े मानव तस्करी रैकेट का हिस्सा हो सकता है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है और बच्चों की खरीद-फरोख्त के सबूत जुटाने की कोशिश कर रही है। टिफिन सेंटर चलाने वाली महिला ने बच्ची के लिए सिर्फ दो हजार रूपए का टोकन दिया था। पुलिस सभी पांच आरोपियों से पूछताछ कर रही है और मामले की जांच कर रही है।