मध्य प्रदेश फॉरेस्ट गार्ड भर्ती पर उठे सवाल, कमलनाथ ने की निष्पक्ष जांच की मांग

मध्य प्रदेश की फॉरेस्ट गार्ड भर्ती में गड़बड़ी की आशंका के चलते 113 अभ्यर्थियों का रिजल्ट होल्ड कर दिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसे लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हर भर्ती में फर्जीवाड़ा हो रहा है। उन्होंने सॉल्वर गैंग और फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल की आशंका जताते हुए स्वतंत्र जांच की मांग की है।

Publish: Jun 14, 2025, 06:05 PM IST

भोपाल| मध्य प्रदेश में सरकारी भर्तियों को लेकर उठते सवालों की फेहरिस्त बढ़ती जा रही है। अब फॉरेस्ट गार्ड भर्ती भी संदेह के घेरे में है। पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा 2023 में गड़बड़ी सामने आने के बाद अब फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा में भी फर्जीवाड़े की आशंका जताई जा रही है। इसी कारण 113 उम्मीदवारों के परिणाम फिलहाल रोके गए हैं। इस मुद्दे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।

कमलनाथ ने शुक्रवार को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि जब तक रोज़ कोई नया घोटाला न हो, तब तक भाजपा सरकार का चैन नहीं पड़ता। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यह सरकार हर दिन कोई न कोई गड़बड़ी सामने लाती है, अब फॉरेस्ट गार्ड भर्ती में भी भ्रष्टाचार की आशंका जताई जा रही है।

यह भी पढ़ें: नीट यूजी 2025 का रिजल्ट जारी, इंदौर के उत्कर्ष को देशभर में दूसरी रैंक

कमलनाथ ने आरोप लगाया कि प्रदेश की सरकारी भर्ती प्रक्रिया अब भरोसे के काबिल नहीं रही है। हर परीक्षा में अनियमितताओं की आशंका बनी रहती है, जिससे युवा वर्ग में निराशा का माहौल है। उन्होंने कहा कि अब यह व्यवस्था पूरी तरह बदलने की जरूरत है और यह बदलाव तभी संभव है जब भ्रष्टाचार में डूबी वर्तमान सरकार को सत्ता से हटाया जाए।

पूर्व मुख्यमंत्री इससे पहले 12 जून को आरक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर भी सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने कहा था कि वर्ष 2023 की इस भर्ती में चयनित 561 अभ्यर्थी नियुक्ति के बाद जॉइनिंग पर नहीं पहुंचे, जबकि प्रदेश में हजारों युवा बेरोजगारी से जूझ रहे हैं। यह स्थिति किसी बड़े घोटाले की ओर इशारा करती है।

कमलनाथ ने संदेह जताया कि इस भर्ती में भी सॉल्वर गैंग सक्रिय हो सकते हैं या फर्जी दस्तावेज के जरिए ऐसे लोग चयनित हुए हैं, जिन्होंने परीक्षा ही नहीं दी। उन्होंने पूरे मामले की स्वतंत्र एजेंसी से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।