रतलाम मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल, तीन महीने से स्टाइपेंड नहीं मिलने से नाराज

हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों का कहना है कि गत वर्ष का एरियर भी नहीं मिला है, अगर हमारी मांग आने वाले सोमवार तक नहीं मानी गई तो हम आमरण अनशन पर बैठेंगे ।

Updated: Mar 10, 2023, 02:53 PM IST

रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम मेडिकल कॉलेज के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर दो दिन से हड़ताल पर बैठे हैं, इस हड़ताल के कारण अस्पताल का पूरा काम काज ठप है। हड़ताल की मुख्य वजह ये बताई जा रही है कि जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों को पिछले तीन महीने से स्टाइपेंड नहीं मिला है, जिसके कारण वो हड़ताल पर बैठे हैं।  

बताया जा रहा है कि सभी जूनियर डॉक्टरों की भर्ती पिछले साल नवंबर में इसी शर्त पर की गई थी कि हर महीने सभी को स्टाइपमेंड मिल जाया करेगी, मगर तीन महीने बीतने बाद भी डॉक्टरों को स्टाइपेंड नहीं मिली है, इस बाबत इसके पूर्व में तीन बार मेडिकल कॉलेज डीन को पत्र लिखा गया और स्टाइपेंड प्रदान किए जाने की मांग की गई, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। स्टाइपेंड नहीं मिलने से डॉक्टरों को काफी दिक्कतें आ रही हैं। जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल से मेडिकल कॉलेज में काम प्रभावित हो रहा है। 

यह भी पढ़ेंःइंदौर में बढ़ने लगा कोरोना संक्रमण, संक्रमित मरीजों की संख्या पहुंची 17, अस्पताल नहीं कर पा रहा वैरियंट की जांच

एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ. रोहित दास ने बताया कि गुरुवार दोपहर बाद से शुरू की गई हड़ताल शुक्रवार को भी जारी रहेगी। मेडिकल कॉलेज में करीब 125 जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर जो काम कर रहे हैं।  

हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों का कहना है कि इन्हें गत वर्ष का एरियर भी नहीं मिला है, हड़ताल पर जाने के पहले जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों ने डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता से चर्चा की थी, लेकिन इस चर्चा का नतीजा नहीं निकलने से हड़ताल शुरू कर दी। डॉक्टरों का कहना है कि अगर सोमवार तक इस बात का कोई हल नहीं निकला तो अस्पताल के बाहर हम आमरण अनशन पर बैठेंगे।