MP By Poll 2020: दांव पर लगी प्रतिष्ठा बचाने तीन दिन प्रचार करेंगे ज्योतिरादित्य सिंधिया

Jyotiraditya Scindia: राज्य सभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया 24 सितंबर से प्रदेश के तीन दिन के दौरे पर, सीएम विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में करेंगे प्रचार

Updated: Sep 23, 2020, 09:46 PM IST

भोपाल। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया 24 सितंबर से मध्य प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। सिंधिया विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी सभाएं करेंगे। इस दौरे के दौरान सिंधिया उन क्षेत्रों में जाएंगे जहां उनके समर्थक नेता चुनाव लड़ने वाले हैं। कांग्रेस छोड़ कर सिंधिया से साथ बीजेपी में गए नेताओं का अपने ही क्षेत्र में विरोध हो रहा है। बीजेपी के अंदरूनी सर्वे में भी इन नेताओं की स्थिति कमजोर बताई गई है। ऐसे में सिंधिया का यह तीन दिनी दौरा अहम् माना जा रहा है। 

सिंधिया के कार्यालय से जारीदौरा कार्यक्रम के अनुसार बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया विशेष विमान से 24 सितंबर को दिल्ली से भोपाल पहुंचेंगे। इस दिन वे मुंगावली, अशोकनगर और डबरा में स्थानीय कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।

और पढ़ें: Jyotiraditya Scindia: मुरैना रैली में ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिखाए काले झंडे 

वे 25 सितंबर को  सागर जिले की सुरखी विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम में शामिल होंगे। जैसीनगर के ब्लॉक ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विकास कार्यों का भूमि पूजन और लोकार्पण करेंगे। इसके साथ ही हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं के लाभ दिए जाएंगे।

सिंधिया 25 सितंबर को बमौरी, सुरखी और सांची विधानसभा क्षेत्रों के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। वे 26 सितंबर को बदनावर, सांवेर और हाटपिपल्या विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार करेंगे। 

और पढ़ें: Govind Singh Rajput: राम के नाम पर वोटर्स को बरगला रहे हैं बीजेपी कार्यकर्ता

सुरखी में सिंधिया के करीबी गोविंद राजपूत की प्रतिष्ठा दांव पर 

सागर की सुरखी सीट से सिंधिया के करीबी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का बीजेपी से चुनाव लड़ना तय है। राजपूत की स्थिति पहले हही कमजोर मानी जा रही थी अब उन्हें 2013 के चुनाव में ही पटखनी दे चुकी बीजेपी की पूर्व विधायक पारुल साहू कांग्रेस में शामिल हो चुकी हैं। पारुल के कांग्रेस में आने से सुरखी विधानसभा सीट पर बीजेपी की स्थिति और कमज़ोर हो गई है। यही कारण है कि मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के समर्थक राम नाम का सहारा ले कर चुनावी नैया पार लगाने का जतन कर रहे हैं।