बड़वानी में गरजे कमलनाथ, कहा, शिकायतों की लाइब्रेरी बना रहा हूं, सबका हिसाब लिया जाएगा

कमलनाथ की बड़वानी यात्रा में उमड़ा लोगों का हुजूम, भीड़ देख गदगद कमलनाथ, बोले आपके बीच आता हूं तो मेरा खून बढ़ता है, मेरी सांस बढ़ती है, सीएम शिवराज को लेकर कहा उनका मुंह बहुत चलता है

Updated: Sep 06, 2021, 11:15 AM IST

बड़वानी। मध्य प्रदेश में 2023 विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस अभी से ही मिशन मोड में जुट गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ इसी सिलसिले में आज बड़वानी दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान तबियत खराब होने के बावजूद पूर्व सीएम का आक्रामक तेवर देखने को मिला है। कमलनाथ ने यहां कार्यकर्ताओं से कहा कि मैं सबकी शिकायतों की लाइब्रेरी बना रहा हूं, आप घबराइए मत, 2023 के बाद सबका हिसाब लिया जाएगा।

कांग्रेस द्वारा आयोजित इस आदिवासी अधिकार यात्रा में उमड़े जनसैलाब को देख गदगद कमलनाथ ने कहा कि आपके बीच आता हूं तो मेरा खून बढ़ता है, मेरी सांसें बढ़ती हैं। उन्होंने रोजगार के मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकार दोनों को निशाने पर लिया। कमलनाथ ने कहा, 'आज सबसे बड़ी चुनौती नौजवानों के सामने है। मैं इस बात को लेकर चिंतित रहता हूँ कि नौजवानों का भविष्य असुरक्षित है। आज के नौजवानों में एक तड़प है, ये ठेका या कमीशन नहीं चाहता, बल्कि आज का नौजवान व्यवसाय का मौका और हाथों में काम चाहता है। यही नौजवान हमारे मध्य प्रदेश का निर्माण करेंगे।' 

शिवराज ने 1 साल में की 4 हजार घोषणाएं- कमलनाथ

कमलनाथ ने इस दौरान सीएम शिवराज को निशाना पर लेते हुए बताया कि पिछले एक साल में उन्होंने 4 हजार घोषणाएं की। पूर्व सीएम ने कहा, 'शिवराज ने घोषणा कर दी की 1 लाख नौजवानों को रोजगार देंगे। उन्होंने पिछले एक साल में शिवराज ने 4 हजार घोषणाएं कर दी है। पिछले 15 साल में 22 हजार घोषणाएं कर चुके हैं। मोदी जी कहते हैं कि रोजगार के लिए 1 लाख करोड़ आवंटित कर रहा हूँ। ये वही मोदी हैं जिन्होंने दो करोड़ नौजवानों को रोजगार देने का वादा किया था। जो कहते थे किसानों की आय दुगनी होगी, बैंक खाते में 15 लाख रुपए आएंगे।'

शिवराज का मुंह बहुत चलता है- कमलनाथ

कमलनाथ ने इस दौरान सीएम शिवराज पर तंज कसते हुए कहा कि उनका मुंह बहुत चलता है। पीसीसी चीफ ने कहा, 'आप बीजेपी का सही चेहरा पहचान लीजिए। शिवराज कहते हैं कि मैं झूठ बोलने से बाज नहीं आऊंगा। मैं उन्हें कहता हूं कि आप मुंबई जाइए और एक्टिंग कीजिए। कम से कम प्रदेश का नाम तो होगा। लेकिन वे यहां जनता को गुमराह करने के लिए एक्टिंग करते हैं। शिवराज के आंख कान नहीं चलते, लेकिन मुंह बहुत चलता है। वे सोचते हैं कि मुंह से ही जनता को गुमराह कर लूंगा।'

छोडूंगा नहीं, सबका हिसाब लूंगा- कमलनाथ

कमलनाथ ने यहां कहा कि, 'आदिवासी भाइयों के साथ बदतमीजी नहीं चलेगी। मुझे इंदिरा गांधी ने आदिवासियों का रक्षा करने के लिए भेजा था। बाहर हजारों लोगों को रोका जा रहा है। 2023 के बाद देखता हूं कि आपको कौन रोकता है? अपनी जेब में बीजेपी का बिल्ला लेकर चलने वाले अधिकारी ये समझ लें, कि सबकी शिकायतें मेरे पास आती हैं। और शिकायतों की मैं एक लाइब्रेरी बना रहा हूं। कमलनाथ ऐसे नहीं छोड़ेगा आपको। सबका हिसाब लिया जाएगा।'

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बता दें कि मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 47 सीटें आदिवासियों के लिए आरक्षित हैं। इतना ही नहीं तकरीबन 80 सीटों पर आदिवासी ही किंग मेकर की भूमिका में होते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मध्य प्रदेश में सत्ता की चाबी आदिवासियों के वोट से ही प्राप्त होती है। हाल के दिनों में आदिवासी समुदाय पर बढ़ते अत्याचार के कारण आदिवासी समुदाय के लोगों से मोहभंग हुआ है। ऐसे में कमलनाथ के इस यात्रा को आगामी विधानसभा चुनावों के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है।