इंदौर 3 से टिकट के लिए अड़े आकाश विजयवर्गीय, 3 बसों में भरकर समर्थकों को भेजा भोपाल
पिता कैलाश विजयवर्गीय को चुनाव लड़ने की 1 प्रतिशत भी इच्छा नहीं, पुत्र आकाश टिकट को बेकरार, भाजपा मुख्यालय में समर्थकों को भेजकर किया शक्ति प्रदर्शन

भोपाल। मध्य प्रदेश में बीजेपी ने प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी कर सभी को चौंका दिया है। इस सूची में तीन केंद्रीय मंत्रियों के अलावा बीजेपी ने राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भी उम्मीदवार बनाया गया है। विजयवर्गीय इंदौर 1 विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। विजयवर्गीय की उम्मीदवारी के बाद यह तय माना जा रहा है कि उनके विधायक बेटे आकाश को इंदौर 3 से टिकट नहीं मिलेगा। लेकिन आकाश विजयवर्गीय ने उम्मीद नहीं छोड़ी है और अपनी दावेदारी साबित करने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। भोपाल में इसी कड़ी में उन्होंने तीन बसों में भरकर अपने समर्थकों को तैनात कर दिया है।
आकाश विजयवर्गीय के समर्थक टिकट के लिए बीजेपी नेतृत्व पर दबाव बनाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं। गुरुवार को बड़ी संख्या में आकाश विजयवर्गीय के समर्थक तीन बसों में भरकर भोपाल पहुंचे और सीधे पार्टी कार्य़ालय पहुंच गए। प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव से मुलाकात कर उन्होंने आकाश के ऊपर छायी धुंध को साफ करने के लिए जबरदस्त फैनमारी की। कार्यकर्ताओं ने मीडिया से बातचीत में बताया कि आकाश विजयवर्गीय को टिकट मिलना चाहिए और वे इसी मांग को लेकर भोपाल पहुंचे हैं।
आकाश विजयवर्गीय के समर्थकों ने भोपाल में भूपेंद्र यादव से मिलकर कहा कि इंदौर-3 से आकाश विजयवर्गीय को ही टिकट दिया जाना चाहिए क्योंकि वह हमारा ख्याल रखते हैं। कार्यकर्ताओं ने उनको उभरता हुआ युवा नेता बताया और समय की मांग बताकर विधानसभा चुनाव-2023 में टिकट देने की मांग की।
इंदौर में @KailashOnline के बेटे आकाश को टिकट देने की माँग को लेकर भोपाल में बीजेपी के दफ़्तर अनेक कार्यकर्ता इंदौर से बसों में भरकर पहुँचे, @AkashVOnline को लोकप्रिय एमएलए बताया और @BJP4MP के नेताओं से फिर से टिकट देने को कहा @bhupendrasingho से मिले @ABPNews… pic.twitter.com/4oZh5EDimf
— Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) September 28, 2023
दरअसल, ये कार्य़कर्ता खास रणनीति के तहत आए हैं क्योंकि उन्हें यह डर है कि पार्टी, पिता और पुत्र दोनों को एकसाथ टिकट नहीं देगी। कैलाश विजयवर्गीय भी चाहते हैं कि उनके बेटे आकाश विजयवर्गीय को एक बार फिर से टिकट दिया जाए। वे लंबे समय से आकाश के लिए पार्टी के अंदर लॉबिंग कर रहे थे। कैलाश विजयवर्गीय ने जिस तरह से बीते दिनों इंदौर-1 सीट से टिकट मिलने पर अनमनापन जताया उसके पीछे भी यही वजह थी। आशंका है कि पिता को मैदान में उतारकर पार्टी कहीं बेटे का राजनीतिक करियर ही न खत्म कर दे।
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विजयवर्गीय ने टिकट का ऐलान होते के साथ ही कहा था कि आकाश ने बहुत मेहनत से अपनी जगह बनाई है और वह टिकट का हकदार है। उन्होंने बीते दिनों यह भी कहा कि उन्हें चुनाव लड़ने का एक फीसदी भी मन नहीं है। वह कह चुके हैं कि उनको चुनाव नहीं लड़ना था और उनकी इच्छा के विरुद्ध उनको टिकट दिया गया है। ऐसे में अब कैलाश विजयवर्गीय सीधे तौर पर खुद जो बात नहीं कह सकते हैं, उसके लिए आकाश विजयवर्गीय के समर्थकों को सक्रिय किया गया है।