भोपाल में 11 लाख की मैगी चोरी का खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार, ट्रक ड्राइवर फरार

भोपाल में हुए 11 लाख रुपये की मैगी चोरी के चर्चित मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। इस मामले में तीन आरोपियों को हिरासत में लिया गया है और 1411 कार्टन मैगी जब्त की गई है।

Updated: Dec 26, 2024, 09:31 AM IST

भोपाल| मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हुए 11 लाख रुपये की मैगी चोरी के चर्चित मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। इस मामले में तीन आरोपियों को हिरासत में लिया गया है और 1411 कार्टन मैगी जब्त की गई है। हालांकि, इस साजिश का मुख्य सूत्रधार ट्रक ड्राइवर रईस मियां अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।

घटना की शुरुआत 9 दिसंबर को हुई जब ट्रांसपोर्ट व्यवसायी शब्बीर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शब्बीर ने बताया कि उसने गुजरात के सानंद से ओडिशा के कटक के लिए 1661 बॉक्स मैगी एक ट्रक में भेजे थे। लेकिन ट्रक वहां तक नहीं पहुंचा और उसका आखिरी लोकेशन भोपाल के टोल प्लाजा पर देखा गया। ट्रक ड्राइवर रईस से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उसका फोन बंद था।

कुछ दिनों बाद रईस ने शब्बीर को फोन कर झूठा दावा किया कि कुछ अज्ञात लोगों ने उसे नशा कराकर ट्रक लूट लिया। पुलिस ने जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ट्रक को भोपाल के कोकता इलाके में खाली हालत में बरामद किया। इसमें लदी हुई 11 लाख रुपये की मैगी गायब थी।

जांच में पता चला कि चोरी की गई मैगी को बैरागढ़ इलाके के गोदामों में छिपाकर रखा गया था। पुलिस ने सोनू मोइनानी नामक व्यापारी को गिरफ्तार किया, जिसने यह माल रईस से सस्ते दाम पर खरीदा था। सोनू ने खुलासा किया कि उसने यह मैगी मिसरोद निवासी कमलेश गौर के जरिए खरीदी थी। कमलेश ने रईस से 10 लाख रुपये में यह माल लिया और इसे बैरागढ़ के गोदामों में पहुंचाने के लिए प्रदीप राय नामक व्यक्ति की मदद ली।

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पुलिस ने इस मामले में तीन ट्रक भी जब्त किए हैं, जो चोरी का माल ले जाने में इस्तेमाल हुए थे। कुल 1411 कार्टन मैगी बरामद कर ली गई है, जबकि 250 कार्टन पहले ही बाजार में बेच दी गई थी। फिलहाल मुख्य आरोपी रईस की तलाश तेज कर दी गई है। पुलिस का मानना है कि उसकी गिरफ्तारी से पूरे षड्यंत्र का खुलासा हो सकेगा।