मुरैना के इस्लामपुरा इलाके में शुक्रवार दोपहर एक तेज धमाका हुआ, जिससे एक मकान पूरी तरह से गिर गया और आसपास के कुछ मकानों को भी नुकसान हुआ। यह धमाका करीब 12 बजे हुआ, जिसके बाद लोग घबरा गए। सूचना मिलने पर प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया। घटना स्थल पर जेसीबी मशीन से मलबा हटाया जा रहा है। अब तक एक महिला को मलबे से बाहर निकाला गया है, लेकिन अभी भी तीन बच्चों समेत चार लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान पूरे इलाके की बिजली बंद कर दी गई है।
पहले यह कहा जा रहा था कि मकान में पटाखे बनाते समय धमाका हुआ, लेकिन बाद में पुलिस ने बताया कि यह हादसा घर में रखे गैस सिलेंडर के फटने से हुआ। पुलिस का कहना है कि वहां पटाखे भी रखे थे, जिससे सिलेंडर में लगी आग ने पटाखों को चपेट में ले लिया और धमाका बहुत बड़ा हो गया। इस विस्फोट से आसपास के दो-तीन घरों को भी नुकसान पहुंचा है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि घर में टेंट का सामान, गैस सिलेंडर और पटाखे रखे थे। पड़ोस में रहने वाले धर्मेंद्र गुर्जर ने कहा कि निरंजन राठौड़ और उनके परिवार वाले पटाखे बनाने का काम करते थे, और शायद पटाखों के बारुद में धमाका हुआ।
मुरैना के पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने कहा कि राहत कार्य चल रहा है और मलबे में दबे लोगों को निकालने की पूरी कोशिश की जा रही है। हादसे के कारणों की जांच की जा रही है और शाम तक स्थिति साफ हो जाएगी।
वहीं अपर कलेक्टर सीबी प्रसाद ने कहा कि मौके पर बारुद की कोई गंध नहीं आ रही, जिससे ऐसा लग रहा है कि सिलेंडर फटने से यह हादसा हुआ। मलबे में अब भी दो से तीन लोगों के दबे होने की संभावना है, जिन्हें बाहर निकालने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है।
इस घटना ने इलाके के लोगों को डरा दिया है, और सभी जल्द से जल्द स्थिति के सामान्य होने की उम्मीद कर रहे हैं। प्रशासन तेजी से राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचाई जा सके।