MP Election: टिकट घोषणा के बाद बगावत रोकना BJP के लिए बड़ी चुनौती, 22 सीटों पर दावेदारों ने खोला मोर्चा

भाजपा की पांचवीं सूची आने के बाद करीब दो दर्जन सीटों पर दावेदारों ने खुलकर बगावत शुरू कर दी है। सभी जिलों से विरोध के स्वर उठने के बाद अब भाजपा आलाकमान डैमेज कंट्रोल में जुट गई है।

Updated: Oct 23, 2023, 10:29 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी प्रदेश की 228 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। शनिवार को 92 उम्मीदवारों की पांचवीं सूची जारी होने के बाद अब अंतर्कलह रोकना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती है। टिकट का ऐलान हुए अभी दो दिन ही हुए हैं और करीब 22 सीटों पर दावेदारों ने खुलकर बगावत शुरू कर दी है। विरोध के स्वर उठते ही बीजेपी आलाकमान डैमेज कंट्रोल में जुट गई है।

ग्वालियर में रविवार को पार्टी कार्यकर्ता केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की कार के सामने लेट गए। वे मुन्नलाल गोयल एनएनको टिकट देने की मांग को लेकर सिंधिया के महल जयविलास पैलेस के गेट पर दो घंटे से प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने महल के गार्ड के साथ मारपीट भी की। मामला बिगड़ता देख सिंधिया स्वयं उन्हें मनाने आए। लेकिन आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने एक नहीं सुनी।

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उधर, बुरहानपुर में दिवंगत सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह ने रविवार को शक्ति प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ रैली निकाली और कहा कि दूसरी बार निमाड़ की जनता से फरेब हुआ। हमसे कहा गया कि हारे कैंडिडेट को टिकट नहीं दिया जाएगा, वह भी जो निर्दलीय से हारे हैं। जिन पर भ्रष्टाचार के तमाम आरोप हैं, ऐसे लोगों को टिकट मिल गया। चुनाव लड़ने के सवाल पर हर्षवर्धन ने कहा कि जनता का जो भी आदेश होगा, वह मेरे लिए सर्वमान्य होगा। मेरे जीवन का फैसला अब मैंने इनके हाथों में दे दिया।

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भिंड से बसपा से भाजपा में शामिल हुए वर्तमान विधायक संजीव सिंह कुशवाह को बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर उनके समर्थक सड़क पर उतर आए। उन्होंने सीएम शिवराज सिंह, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का पुतला दहन कर नारेबाजी की। इससे पहले उनके समर्थक विधायक संजीव सिंह के बंगले पर पहुंचे। इस दौरान संजीव सिंह कुशवाह ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। बता दें कि बसपा के टिकट पर चुनाव जीते संजीव सिंह पिछले साल बीजेपी में शामिल हो गए थे। 

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पूर्व मंत्री और उज्जैन उत्तर सीट से वरिष्ठ विधायक पारस जैन को टिकट नहीं मिलने के बाद उनका दर्द भी छलक आया। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट में लिखा, 'मुझे इस बात का दुख नहीं है कि मुझे दोबारा चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला, क्योंकि अवसर सभी को मिलना चाहिए, लेकिन उज्जैन उत्तर से 6 बार विधायक और एक वरिष्ठ कार्यकर्ता होने के नाते मुझसे एक बार पूछा जाता या मुझे विश्वास में लेकर बताया जाता तो मेरे सम्मान को इतनी ठेस नहीं पहुंचती।'

टीकमगढ़ में पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव ने अपने इस्तीफा में लिखा है कि टिकट वितरण में पार्टी की ओर से कराए गए सर्वे और कार्यकर्ताओं की राय को नजरअंदाज किया है। पार्टी के फैसले से मैं व्यथित हूं। इसलिए पार्टी के सभी दायित्व से मुक्त होकर प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देता हूं। भाजपा से इस्तीफा देने के बाद केके श्रीवास्तव ने विधानसभा चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। उनके मैदान में उतरने से भाजपा की हार तय है।

ग्वालियर दक्षिण विधानसभा से पार्टी ने नारायण सिंह कुशवाहा को टिकट दिया है। पार्टी के इस फैसले का जमकर विरोध हो रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी बाजपेयी के भांजे अनूप मिश्रा के समर्थकों द्वारा लगातार हंगामा किया जा रहा है। पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने भी अपने मामा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता ‘रार नहीं ठानूंगा, हार नहीं मानूंगा...’ पोस्ट कर गुस्सा जाहिर किया। अब टिकट न मिलने के बाद माना जा रहा है कि अनूप मिश्रा निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं।

भोपाल में पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता के समर्थकों ने भी मोर्चा खोल दिया है। भोपाल दक्षिण पश्चिम विधानसभा से पार्टी ने भगवान दास सबनानी को उम्मीदवार बनाया है। इसके विरोध में देर शाम मंडल स्तर के 17 पदाधिकारियों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इतना ही नहीं उमाशंकर गुप्ता के समर्थकों ने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को भी घेर लिया और जमकर नारेबाजी की। माना जा रहा है कि गुप्ता के समर्थक यहां भाजपा की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं।

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बीजेपी ने होशंगाबाद सीट से मौजूदा विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा को टिकट दिया है। यहां कांग्रेस ने उनके भाई गिरिजा शंकर शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। इसी सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे भगवती चौरे के समर्थन में भाजपा कार्यकर्ताओं ने नाराजगी दिखाई। शनिवार को रामजी बाबा समाधि स्थल पर कुनबी समाज के लोग इकट्ठे हुए और जमकर नारेबाजी की। भगवती चौरे ने भाजपा से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने की चेतावनी दी है।

धार के मनावर से टिकट न मिलने पर पूर्व मंत्री रंजना बघेल का भी दर्द छलका है। बघेल ने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय ने मेरा टिकट कटवाया है। मनावर से विधायक रहीं रंजना बघेल ने रविवार को कहा, 'विजयवर्गीय ने व्हिसलब्लोअर डॉ. आनंद राय के कहने पर मेरा टिकट कटवाया है। पार्टी ने आदिवासी महिला के साथ अन्याय किया है। दूध में मक्खी की तरह मुझे निकाल दिया है।' BJP ने मनावर से हीरालाल अलावा के विरुद्ध शिवराम कन्नौज को उम्मीदवार बनाया है।

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छिंदवाड़ा में चौरई विधानसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी लखन वर्मा का भी विरोध हो रहा है। यहां पंडित रमेश दुबे के समर्थकों ने जिला बीजेपी कार्यालय के सामने जमकर नारेबाजी की। दुबे समर्थकों का कहना है कि जिला पंचायत चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाला प्रत्याशी चौरई में नहीं चलेगा। प्रत्याशी नहीं बदलने पर रमेश दुबे ने भी निर्दलीय चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं।

सतना जिले की नागौद विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री नागेंद्र सिंह को छठवीं बार टिकट दिए जाने से नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय का घेराव कर दिया। टिकट की दावेदारी कर रहे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गगनेन्द्र प्रताप सिंह के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा, 'हम इस फैसले के खिलाफ हैं और इसका विरोध हर स्तर पर करेंगे। भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना होगा।'

सतना के ही रैगांव में भी भाजपा प्रत्याशी प्रतिमा बागरी का जमकर विरोध हो रहा है। दिवंगत पूर्व मंत्री जुगल किशोर बागरी के बेटे और जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष पुष्पराज बागरी ने नाराज होकर भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। पुष्पराज के छोटे भाई देवराज बागरी और उनकी पत्नी वंदना बागरी पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। इसके अलावा पूर्व जिला पंचायत सदस्य रानी बागरी ने भी भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। यहां से कांग्रेस ने कल्पना वर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है।

उधर, शाजापुर जिले की कालापीपल विधानसभा सीट से घोषित भाजपा प्रत्याशी घनश्याम चंद्रवंशी का भी भारी विरोध हो रहा है। भाजपा के तीन पूर्व विधायक व सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने घनश्याम चंद्रवंशी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने 'पैराशूट नहीं चलेगा, बाहरी प्रत्याशी वापस जाओ' के नारे लगाए। यहां कांग्रेस की टिकट पर कुणाल चौधरी चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा इंदौर- 3 विधानसभा क्षेत्र से अखिलेश शाह नाम के युवा नेता ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को पत्र लिखकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।

इससे पहले शनिवार को जबलपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं का उग्र प्रदर्शन देखने को मिल। जबलपुर उत्तर-मध्य विधानसभा सीट से अभिलाष पांडे का टिकट कंफर्म होते ही भाजपा नेता धीरज पटेरिया और शरद जैन के समर्थकों ने पार्टी के संभागीय कार्यालय में जमकर हंगामा किया। यहां नाराज कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव के साथ धक्का मुक्की केंद्रीय मंत्री के गनमैन के साथ मारपीट भी की। मामले में पुलिस ने तीन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया है।

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इसी तरह पांचवीं सूची के 92 में 22 उम्मीदवारों के खिलाफ पार्टी कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोल रखा है। पार्टी में बगावत के सवाल पर BJP चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, 'थोड़ा-बहुत मतभेद होता ही है, क्योंकि एक जगह से कई लोग टिकट की मांग करते हैं। सभी जगह स्थिति नियंत्रण में है। कांग्रेस दावा करने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन हमने काम किया है, उसके आधार पर हमें जनता का आशीर्वाद मिल रहा है।'