MP News: उज्जैन में डैम में नहाने गए दो बच्चों की डूबने से मौत, कीचड़ में फंसने के कारण बाहर नहीं निकल सके

ये पूरा मामला उज्जैन से 50 किलोमीटर दूर स्थित नागदा के ग्राम बादीपुरा का है। जहां के रहने वाले दो नाबालिग गर्मी दूर करने के लिए घर से कुछ ही दूरी पर बने एक स्टॉप डेम पर तैरने के लिए गए थे।

Updated: Jun 08, 2024, 12:52 PM IST

उज्जैन। उज्जैन में एक स्टॉप डैम में नहाने गए दो नाबालिग बच्चों की डूबने से मौत हो गई। ये बच्चे भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए स्टॉप डैम में नहाने गए थे। मामला सामने आते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और लगभग दो घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों नाबालिगों के शवों को बाहर निकाला जा सका।

ये पूरा मामला उज्जैन से 50 किलोमीटर दूर स्थित नागदा के ग्राम बादीपुरा का है। जहां के रहने वाले दो नाबालिग गर्मी दूर करने के लिए घर से कुछ ही दूरी पर बने एक स्टॉप डेम पर तैरने के लिए गए थे। नहाते वक्त एक बड़े गड्ढे में भरे पानी में डूबने से इन दोनों बच्चों की मौत हो गई। घटना की जानकारी लगते ही बिरला ग्राम थाना पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और मृतकों के शवों को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया। 

बताया जा रहा नागदा के पास ग्राम बादीपुरा में रहने वाले 15 साल के चंदर और 16 साल के कृष्णा घर के पास बने नाइन स्टाप डैम पर तैरने के लिए गए हुए थे। इस दौरान चंदर और कृष्णा के साथ उसके तीन अन्य दोस्त भी थे, लेकिन तैरते समय चंदर और कृष्णा एक बड़े गड्ढे में फंस गए, जहां पर कीचड़ भरा हुआ था। यह दोनों वहां से वापस बाहर नहीं निकाल पाए। घटना की जानकारी चंदर और कृष्णा के साथ गांव से आए बच्चों ने वापस लौटकर उनके परिजनों को दी, जिसके बाद बिरलाग्राम थाना पुलिस और ग्राम रक्षा समिति के लोगों ने काफी मशक्कत के बाद दोनों बच्चों के शव को ढूंढा।

पोस्टमार्टम के बाद बच्चों के शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया जिसके बाद गांव में दोनों की शव यात्रा निकाली गई। यह दोनों ही बच्चे वाल्मीकि समाज के थे, जो की पढ़ाई में भी अव्वल थे। पुलिस ने बताया कि इस घटना के बाद गांव में जैसे मातम छा गया है। गांव के हर चौक चौराहे पर इसी घटना को लेकर चर्चा की जा रही है। ये जानकारी भी सामने आई है की चंदर और कृष्णा की तो पानी में ही मौत हो गई थी लेकिन उसके बावजूद भी जब उनके शव निकाले गए तो पंपिंग देकर जान बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन उनके शव को पानी में ज्यादा समय हो गया था, इसलिए वह नहीं बचा पाएं।