एमपी की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था, मासूम की मौत के बाद परिवार को नहीं मिला शव वाहन, सिविल सर्जन ने कराई एंबुलेंस की व्यवस्था
जिला अस्पताल में एक छह वर्षीय बच्चे की मौत के बाद परिजनों को शव लेकर जाने के लिए शव वाहन तक नसीब नहीं हुआ। मामला संज्ञान में आने के बाद सिविल सर्जन ने एंबुलेंस की व्यवस्था कराई।
छतरपुर। मध्य प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था दिन पर दिन अधर में गिरती जा रही है, मामला छतरपुर जिले का है जहां एक छः साल की बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई, बच्चे की मौत के बाद परिजनों को शव लेकर जाने के लिए शव वाहन तक नसीब नहीं हुआ। मामला संज्ञान में आने के बाद सिविल सर्जन ने एंबुलेंस की व्यवस्था कराई।
जानकारी के मुताबिक बिजावर क्षेत्र के ग्राम पलगुवां निवासी आदिवासी परिवार के छह वर्षीय बच्चे की फूड प्वाइजनिंग के कारण हालत बिगड़ गई थी। परिजन उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाए थे, लेकिन अस्पताल में इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। परिजनों का आरोप था कि अस्पताल में बच्चे का ठीक ढंग से इलाज नहीं किया गया।
वहीं बच्चे की मौत के बाद परिवार को बच्चे का शव ले जाने के लिए वाहन भी नहीं मिला। परिवार के सदस्य बच्चे का शव जमीन पर रखकर बिलख रहे थे। काफी देर तक परिवार परेशान होता रहा। इसके बाद जब सिविल सर्जन डॉ.जीएल अहिरवार को इस बारे में जानकारी मिली तो, उन्होंने तत्काल मामले को संज्ञान में लेकर वाहन की व्यवस्था कराई, जिसकी मदद से परिवार के लोग शव लेकर अपने गांव चले गए।