पत्थर फेंकने पर नष्ट किए जाएं धार्मिक स्थल, एमपी के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा का विवादास्पद बयान

प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि जिस मोहल्ले, मकान और धार्मिक स्थल से पत्थर फेंके जाएं सरकार उस धार्मिक स्थल को अधिग्रहित करके नेस्तनाबूद करने का क़ानून बनना चाहिए

Updated: Jan 03, 2021, 03:21 AM IST

Photo Courtesy: Twitter
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भोपाल। अपने भड़काऊ बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में रहने वाले बीजेपी नेता रामेश्वर शर्मा ने एक बार फिर भड़काऊ बयानबाज़ी कर दी है। रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि जुलूसों पर पत्थर फेंकने वालों का पूरा इलाज होगा। रामेश्वर शर्मा ने कहा कि खून की कीमत पत्थरबाज़ों से चुकाई जाएगी। शर्मा यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि जल्द ही राज्य सरकार इस कानून पर भी विचार करेगी कि जिस मोहल्ले, मकान और धार्मिक स्थल से पत्थर फेंके जाए, सरकार उस धार्मिक स्थल को अधिग्रहित भी करे और उसे नेस्तनाबूद भी करे।  

रामेश्वर शर्मा ने इंदौर सहित प्रदेश के कुछ हिस्सों में हुई हिंसा का इल्ज़ाम कांग्रेस पर मढ़ते हुए कहा कि कोई पत्थर फेंकेगा, तो उसकी कीमत पत्थरबाजों से चुकाई जाएगी। शर्मा ने आगे कहा, जल्द ही राज्य सरकार इस कानून पर भी विचार करेगी कि जिस मोहल्ले, मकान और धार्मिक स्थल से पत्थर फेंके जाए, सरकार उस धार्मिक स्थल को अधिग्रहित भी करे और उसे नेस्तनाबूद भी करे। प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा का यह बयान एक गंभीर विवाद को जन्म दे सकता है। उनके बयान से यह सवाल भी उठता है कि क्या शिवराज सरकार ने वाकई किसी ऐसे कानून की तैयारी कर रखी है, जिसका दावा रामेश्वर शर्मा कर रहे हैं? सवाल यह भी है कि जब मध्य प्रदेश के कई इलाकों में राम मंदिर के नाम पर निकाले जा रहे जुलूसों के दौरान हिंसा की घटनाएं सामने आ चुकी हैं और कई जगहों पर लोग पुलिस-प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई करने के आरोप लगा रहे हैं, ऐसे में एक जिम्मेदार नेता को तनाव घटाने की कोशिश करनी चाहिए या ऐसे विवादास्पद बयान देकर तनाव को और बढ़ाने का काम करना चाहिए?