भोपाल नगर निगम परिषद की बैठक में हंगामा, कांग्रेस पार्षदों ने की नारेबाजी, आसंदी को घेरा
भोपाल नगर निगम परिषद की बैठक में कांग्रेस पार्षदों ने जमकर हंगामा किया और नारेबाजी की।

भोपाल| नगर निगम परिषद की बैठक में कांग्रेस पार्षदों ने जमकर हंगामा किया और नारेबाजी की। बैठक में महापौर के न पहुंचने से नाराज पार्षदों ने "महापौर होश में आओ" और "परिषद की बैठक चालू करो" जैसे नारे लगाए। बैठक शुरू होने से पहले ही कांग्रेस पार्षदों ने 16 दिसंबर को कांग्रेस के प्रदर्शन के होर्डिंग हटाने के मुद्दे पर विरोध जताया और अध्यक्ष की आसंदी को घेर लिया।
वहीं, बीजेपी पार्षदों ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि होर्डिंग लगाने की परमिशन और किराया न देने के कारण उन्हें हटाया गया। कांग्रेस पार्षदों ने प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए "नगर निगम प्रशासन होश में आओ" जैसे नारे लगाए। परिषद अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने आश्वासन दिया कि इस तरह की कार्रवाई आगे नहीं होगी।
बैठक के दौरान अवैध पार्किंग सहित अन्य मुद्दों पर भी हंगामा होता रहा। पार्षद गुड्डू चौहान लगातार अवैध पार्किंग के खिलाफ बोलते रहे, जिस पर अध्यक्ष ने उन्हें चेतावनी दी। इसके बावजूद वह अपनी बात रखते रहे।
लगभग तीन महीने के बाद हुई इस एमआईसी बैठक में 21 मुद्दों पर चर्चा हुई। शाहपुरा तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए 9.16 करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया गया। तालाब में सीवरेज रोकने और फुटपाथ निर्माण जैसे कार्यों को स्वीकृति दी गई। अमृत प्रोजेक्ट के तहत पानी की पाइपलाइन बिछाने और अन्य योजनाओं पर भी चर्चा हुई।
स्वच्छता सर्वेक्षण को देखते हुए स्वच्छता प्रभारी को फिलहाल नहीं बदला जाएगा। निगम कमिश्नर ने एमआईसी सदस्यों की मांग पर यह कहते हुए रोक लगा दी कि सर्वेक्षण के मद्देनजर बदलाव उचित नहीं है।
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इसके अलावा, शहर में चल रहे एचएफए प्रोजेक्ट की समय सीमा बढ़ाने, खाली सामुदायिक भवनों को किराए पर देने और अन्य विकास योजनाओं के प्रस्तावों पर भी सहमति बनी।