अल्पसंख्यकों और विधर्मियों पर खर्च हो रहा है मंदिरों का धन, साध्वी प्रज्ञा के फिर बिगड़े बोल

साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि मंदिरों और मठों से सरकारी नियंत्रण को छुड़ाना होगा, क्योंकि इनका धन हिंदुओं के विकास पर खर्च नहीं होता

Publish: Oct 11, 2021, 05:01 AM IST

भोपाल। विवादित बयान देकर मीडिया में सुर्खियां बटोरने की चाह रखने वालीं बीजेपी नेता साध्वी प्रज्ञा ने एक बार फिर विवादित बयान दे डाला है। इस मर्तबा साध्वी प्रज्ञा ने मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण के सिलसिले में विवादित बयान दिया है। साध्वी प्रज्ञा ने नफरत का जहर उगलते हुए कहा है कि मंदिरों का पैसा अल्पसंख्यकों और विधर्मियों पर खर्च होता है। 

साध्वी प्रज्ञा ने यह बात रविवार को भोपाल में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। बीजेपी सांसद ने कहा कि मंदिरों और मठों को सरकारी नियंत्रण से छुड़ाया जाना बेहद जरूरी है। सरकार ने मंदिर मठों पर अपना कब्जा जमाया हुआ है। और यहां का पैसा अल्पसंख्यकों और विधर्मियों पर खर्च किया जाता है। 

साध्वी ने कहा कि मंदिरों और मठों में बड़ी तादाद में हिंदू दान देते हैं। लेकिन इस दान का पैसा अल्पसंख्यकों और विधर्मियों पर खर्च किया जाता है। जबकि इसे हिंदुओं के विकास पर खर्च किया जाना चाहिए। प्रज्ञा ने कहा कि हम जल्द ही सरकार से मंदिरों और मठों को मुक्त करने की मांग करेंगे। 

साध्वी प्रज्ञा अमूमन एक समुदाय विशेष के खिलाफ अपनी ज़ुबान से नफरत उगलती रहती हैं। उनके इस अभियान में बीजेपी नेता रामेश्वर मिश्रा भी उनका पुरजोर साथ देते नज़र आते हैं। हाल ही में साध्वी ने शाहरुख खान को पाकिस्तान परस्त करार दिया था। साध्वी की नज़र में राष्ट्रपति महात्मा गांधी का हत्यारा देशभक्त था।

साध्वी दूसरे दल के नेताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां करने से बाज़ नहीं आतीं। इसी साल उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तुलना ताड़का से कर दी थी। लेकिन तमाम ऐसी बेतुकी बातें करने के बावजूद बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व की तरफ से ऐसे बयानों पर रोक लगाने के लिए कोई कदम उठाया नहीं जाता। खुद बीजेपी के ओहदेदार नेता भी अमूमन विवादित बयानबाजी करते देखे जाते हैं।