शिवपुरी में पुलिस की बेशर्मी: खाद के लिए लाइन में लगी विधवा महिला को भेजा जेल, भटकता रहा सात साल का बच्चा
महिला शाम करीब 5 बजे से लाइन में लगी थी। रात भर लाइन में लगने के सुबह टोकन वितरण के दौरान अचानक भगदड़ शुरू हो गई। इसके बाद पुलिस ने उसे शांति भंग करने के आरोप में जेल भेज दिया।

शिवपुरी। मध्य प्रदेश में खाद संकट बरकरार है। प्रदेश में बड़े पैमाने पर खाद की किल्लत है। स्थिति ये है कि किसानों को एक बोरी खाद के लिए इस ठंड में भी दिन-रात कतार में खड़ा रहना पड़ रहा है। इसके बावजूद उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है। शिवपुरी में तो प्रशासन की बेशर्मी की इंतहा हो गई। यहां खाद के लिए लाइन में लगी एक विधवा महिला को पुलिस ने जेल में डाल दिया।
दरअसल, 35 वर्षीय महिला गौरा कुशवाह खाद लेने 28 नवंबर की शाम करैरा पहुंची। शाम करीब 5 बजे से वह लाइन में लगी थी। महिला इस ठंड में अपने 7 साल के बेटे के साथ पूरी रात लाइन में खड़ी रही। अगले दिन यानी 29 नवंबर की सुबह करीब 10 बजे खाद के लिए टोकन वितरण शुरू हुआ। इस दौरान अचानक भगदड़ होने लगी।
भगदड़ के दौरान महिला के पांव का जूता निकल गया। उसने जैसे ही जूता उठाया तो पुलिस उसे उपद्रवी समझ बैठी और उसे पकड़ लिया। इसके बाद उसे करैरा थाने ले गई। वहां से उप जेल भेज दिया गया। इस दौरान उसका 7 साल का बेटा भी था, वह इधर उधर भटकता रहा। बच्चे पर भी पुलिस को दया नहीं आई। करीब 3 दिन के बाद महिला को रिहा किया गया।
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इस घटना ने मध्य प्रदेश में पुलिसिया क्रूरता की शर्मनाक सच्चाई को उजागर किया है। मामले पर शिवपुरी के एसपी अमन सिंह राठौड़ का कहना है कि यदि महिला किसान के साथ गलत हुआ है तो शिकायत के आधार पर एसडीओपी से जांच कराएंगे।