स्वाइन फ्लू ने ली हजारों सुअरों की जान

 खुले में पड़े है सुअरों के शव, बिमारी और बढ़ने के आसार।

Publish: Feb 25, 2023, 11:36 AM IST

शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी में अब तक हजारों सुअरों की मौत स्वाइन फ्लू से हो गई है। लेकिन उनके शवों के बेतरतीब ढंग से खुले में फेक दिया गया है। जिससे की स्वाइन फ्लू के और ज्यादा बढ़ने के आसार है।

जानकारी के मुताबिक, दिसंबर महीने में अचानक हुई सुअरों की मौत से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था, जिसे देखते हुए 20 सुअरों के शव भोपाल लैब में जांच के लिए भेजे गए थे।  जनवरी महीने में सुअरों में स्वाइन फीवर होने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद नगरपालिका और पशु विभाग की संयुक्त टीम ने फतेहपुर क्षेत्र में सुअरों की कॉलिंग का काम शुरू कर दिया था। 

पशु चिकित्सक महेश त्रिवेदी ने बताया, जिस क्षेत्र में स्वाइन फीवर की पुष्टि होती है, उस क्षेत्र के एक किलो मीटर की परिधि में मिलने वाले सभी सुअरों की कॉलिंग की जाती है, लेकिन अभी कुछ दिनों से सुअरों की मौत की कोई ख़बर नहीं आई, अचानक से सुअरों की मौत का आंकड़ा बढ़ा है। 

जानकारी के मुताबिक फतेहपुर क्षेत्र में अब तक 319 सुअरों की मौत हुई है, जिनमें से 216 सुअरों को कॉलिंग कर मारा गया है। मारे गए 216 सुअरों के पालकों को छह लाख 65 हजार रुपये के लगभग मुआवजा भी वितरित किया जा चुका है। डॉक्टर ने महेश त्रिवेदी का कहना है, 25 जनवरी के बाद से फतेहपुर क्षेत्र से कोई भी सुअर मरने की खबर नहीं आई है। इसीलिए फिलहाल इस अभियान पर विराम लगा दिया गया है।

महेश त्रिवेदी का कहना है, अगर अन्य क्षेत्र में सुअरों की मौत अज्ञात बीमारी के चलते हो रही है तो एक फिर उन सुअरों के सैंपल भोपाल लैब टेस्टिंग के लिए भेजने होंगे। अगर रिपोर्ट में स्वाइन फीवर की पुष्टि होती है तो सुअरों की कॉलिंग करने का अभियान फिर से शुरू किया जाएगा। लेकिन 25 जनवरी से अब तक सुअरों के मरने की सूचना नहीं प्राप्त हुई है।

नगर पालिका सीएमओ केशव सिंह सगर का कहना है, सुअरों की बीच-बीच में मौत की सूचना मिलती रहती है। पशु विभाग को इस संदर्भ में अपने रुके हुए कदम आगे बढ़ाने चाहिए, साथ ही ट्रेंचिंग ग्राउंड में मृत सुअरों को गड्ढे खुदवाकर गढ़वाने का काम लगातार किया जा रहा है। वहीं, पशु विभाग इस बात का इंतजार कर रहा है कि कोई उनके पास शिकायत लेकर पहुंचे। इस बीच सुअरों की मौत होना अब भी जारी है।