Amazon पर बिक रहा तिरंगा झंडा छपा जूता, कपड़ा और खाद्य सामग्री, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने FIR का दिया आदेश
मप्र के गृहमंत्री बोले सामान की बिक्री के लिए राष्ट्रध्वज का उपयोग ध्वज संहिता का उल्लंघन है, जूतों पर तिरंगे के प्रयोग को बताया असहनीय कृत्य, Amazon पर सख्त से सख्त कार्रवाई के निर्देश
भोपाल। गणतंत्र दिवस के मौके पर ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म अमेज़न कई वस्तुओं में तिरंगा छापकर बेच रहा है। जिसका विरोध देशभर में किया जा रहा है। अमेजॉन पर राष्ट्रध्वज छपे चाय के कप, चाबी के गुच्छे चॉकलेट, जूते और कपड़े बिक रहे हैं। जिनका प्रमोशन खुद कंपनी की ओर से किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर लोगों ने अब बायकॉट अमेजन मुहिम चला रखी है। लोगों ने इन वस्तुओं पर रोक लगाने की मांग की।
मध्यप्रदेश में भी तिरंगे के अपमान को लेकर लोगों में गुस्सा है। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कंपनी के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया है। गृहमंत्री का कहना है कि उन्होंने Amazon के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश डीजीपी को दे दिए हैं। उनका कहना है कि देश और राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का अपमान नहीं सहेंगे। उन्होंने इस पर सख्त एक्शन लेने की बात कही है।
.@amazonIN ऑनलाइन प्लेटफॉर्म द्वारा अपने उत्पाद की बिक्री के लिए राष्ट्रध्वज के इस्तेमाल का मामला मेरे संज्ञान में आया है। यह असहनीय है कि जूते तक पर इसका उपयोग किया गया है।
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) January 25, 2022
मैंने डीजीपी को #Amazon के मालिकों/कंपनी पर #FIR दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।1/2@DGP_MP pic.twitter.com/HVqVFnyX8p
Amazon पर खाद्य सामग्री समेत कई उत्पादों पर तिरंगे की तस्वीरें लगी हैं। इसकी बिक्री को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। लोगों ने Amazon के बायकॉट का फैसला लिया है। इस तरह से राष्ट्रध्वज का उपयोग करना देश के ध्वज संहिता का अपमान और उल्लंघन है। इसे लेकर मध्यप्रदेश में कंपनी के खिलाफ FIR की जा रही है।
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झंडा संहिता के अनुसार राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग किसी भी प्रकार की पोशाक या वर्दी के हिस्से के रूप में नहीं किया जा सकता। इसे तकिया, रूमाल, नैपकिन या बॉक्स पर भी नहीं छापा जा सकता। इससे पहले साल 2017 में अमेजन ने तिरंगे का डोरमैट बेचने की कोशिश की थी। भारत के सख्त विरोध के बाद उसने कनाडाई वेबसाइट पर से भारतीय ध्वज वाले डोरमैट को हटाया था। वहीं इससे पहले मध्यप्रदेश में अमेजॉन-फ्लिपकार्ट समेत कई कंपनियों को अपनी साइट से नशीली वस्तुओं और घातक चीजों की बिक्री को लेकर कार्रवाई की गई थी।