दिग्विजय सिंह के घर सजी अनोखी रंगोली, दिवाली पर नफ़रत छोड़ भारत जोड़ने का दिया संदेश

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भोपाल स्थित आवास पर बनी भारत जोड़ो यात्रा की रंगोली, इसपर "मिले कदम-जुड़े वतन" और "नफरत छोड़ो-भारत जोड़ो" जैसे संदेश लिखे गए हैं

Updated: Oct 24, 2022, 03:19 PM IST

भोपाल। देशभर में दीपावली का जश्न है। दिवाली को खास बनाने के लिए लोग तरह तरह के ट्रेंडी और यूनिक रंगोलियां बना रहे हैं। इसी बीच सियासी जगत के दिग्गज दिग्विजय सिंह के घर बनी रंगोली सुर्खियां बटोर रही है। दरअसल, पूर्व सीएम के आवास पर भारत जोड़ो यात्रा की रंगोली बनाई गई है। जिसमें नफरत के खिलाफ भारत जोड़ने का आह्वान किया गया है। 

दरअसल, भारत में दिवाली पर रंगोली तैयार करने की खास परंपरा है। महिला-पुरुष सभी में रंगोली को लेकर खास उत्सुकता रहती है। माना जाता है कि दिवाली के दिन घर के द्वार पर सुंदर रंगोली बनाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। बदलते समय के साथ रंगोली भी एडवांस होती गई और दिवाली पर नए-नए ट्रेंड्स शुरू हो गए। लेकिन इस बार दिवाली पर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के आवास पर बनी रंगोली लोग खूब पसंद कर रहे हैं। 

राजधानी भोपाल के श्यामला हिल्स स्थित सिंह के बी-1 बंगले में भारत जोड़ो यात्रा की बेहद शानदार रंगोली बनाई गई है। रंगोली में लिखा है- "नफरत छोड़ो-भारत जोड़ो"। एक अन्य रंगोली में लिखा है "मिले कदम जुड़े वतन"। सांप्रदायिक नफरत के खिलाफ एकजुटता का संदेश देने वाली ये रंगोलियां सुर्खियां बटोर रही हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि इस बार दिवाली पर दिलों को जोड़ने के लिए लोग इस रंगोली ट्रेंड को खूब फॉलो करेंगे।

इससे पहले रविवार को सिंह ने ट्विटर के माध्यम से देशवासियों से अपील की थी कि वे इस तरह की रंगोली बनाएं। उन्होंने लिखा था कि, 'दीपावली पर दीपों से, मोमबत्ती से या अपने घरों में रंगोली से “भारत जोड़ो- एकता व उन्नति” या केवल “भारत जोड़ो- मिले कदम, जुड़े वतन” का संदेश लिखें और सोशल मीडिया पर डाले तो अच्छे विजुअल्स आ सकते हैं। मेरी उन सभी भाईयों और बहनों से प्रार्थना है कि वे भारत जोड़ो यात्रा से जुड़ें। सभी मित्रों को दीपावली के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएँ। आपका यह वर्ष मंगलमय हो।'

बता दें कि दिग्विजय सिंह भारत जोड़ो यात्रा आयोजन समिति के अध्यक्ष हैं। कन्याकुमारी से कश्मीर तक करीब साढ़े तीन हजार किलोमीटर की इस ऐतिहासिक यात्रा की मुख्य जिम्मेदारी सिंह ही निभा रहे हैं। दिवाली के मौके पर तीन दिनों के लिए यात्रा को रोका गया है। दिवाली के बाद यात्रा आंध्र प्रदेश के गुडेबेलूर से गुरुवार 27 अक्टूबर की सुबह फिर से शुरू होगी।