एयरबस से 250, बोइंग से 220 एयरक्राफ्ट खरीदेगी एअर इंडिया, जो बाइडेन ने बताया ऐतिहासिक डील

टाटा समूह की एअर इंडिया ने वाणिज्यिक विमानन इतिहास की सबसे बड़ी डील की है। इसके तहत एअर इंडिया ने 470 यात्री विमान खरीदने के लिए फ्रांस की एयरबस और अमेरिकी विमान निर्माता बोइंग के साथ अरबों डॉलर का सौदा किया है।

Updated: Feb 15, 2023, 06:12 AM IST

नई दिल्ली। टाटा समूह अपने बेड़े के आकार और संचालन का विस्तार करने के लिए मंगलवार को फ्रांस और अमेरिका की कंपनियों के साथ ऐतिहासिक विमान समझौता किया है। एयर इंडिया लगभग 470 नए विमान खरीदने जा रही है। फ्रांस की एयरबस से एयर इंडिया 250 नए एयरक्राफ्ट खरीदेगी। वहीं, अमेरिकी कंपनी बोइंग से 220 एयरक्राफ्ट खरीदेगी।यह एविएशन सेक्टर की सबसे बड़ी डील बताई जा रही है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक एयरबस इसी साल के अंत तक विमानों की डिलीवरी भी शुरू कर देगी। एयरबस के साथ हुई डील 100 अरब डॉलर से भी ज्यादा की है. इसके तहत 40 वाइड बॉडी A350 एयरक्राफ्ट, 210 नैरोबॉडी सिंगल-आइजल A320 नियोस एयरक्राफ्ट मिलेंगे। वहीं, बोइंग से हुई डील 34 अरब डॉलर की है. इसके तहत एअर इंडिया को 190 B737 मैक्स विमान, 20 B787 विमान और 10 B777 एक्स विमान की डिलीवरी होगी। 

प्रधानमंत्री मोदी ने एयरबस डील को लेकर कहा- यह महत्वपूर्ण डील भारत और फ्रांस के बीच गहरे होते संबंधों के साथ-साथ भारत के सिविल एविएशन सेक्टर की सफलता को दिखाता है। भारत के ‘मेक इन इंडिया - मेक फॉर द वर्ल्ड' विजन के तहत एयरोस्पेस मैन्युफैक्चरिंग में कई नए अवसर खुल रहे हैं।

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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस डील को लेकर कहा, 'यह खरीद यूएस के 44 राज्यों में 10 लाख से अधिक अमेरिकी नौकरियों का समर्थन करेगी। यह घोषणा अमेरिका-भारत आर्थिक साझेदारी की ताकत को भी दर्शाती है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मैं अपनी साझेदारी को और भी गहरा करने की आशा करता हूं।'

ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने भी इस डील पर खुशी जताई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'इस समझौते से ब्रिटेन को भी फायदा होगा। एयरबस के विमान के इंजन ब्रिटिश कंपनी रोल्स-रॉयस बनाती है। रोल्स-रॉयस विमान इंजन बनाने वाली दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है।'

बता दें कि एअर इंडिया 27 जनवरी 2022 से प्राइवेट हो गई। टाटा ग्रुप ने 18000 करोड़ रुपये में इसे टेकओवर कर लिया था। एअर इंडिया का अधिग्रहण करने के बाद से टाटा ग्रुप अपनी फ्लीट में सुधार के लिए एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरर्स के साथ बातचीत में लगा है।