ममता बनर्जी की हत्या करवा सकती है बीजेपी, पश्चिम बंगाल के मंत्री का दावा

ममता बनर्जी के मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा, आरोप गलत साबित हुए तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा, जेपी नड्डा के काफिले पर हमला बीजेपी ने ही करवाया

Updated: Dec 13, 2020, 05:32 PM IST

Photo Courtesy: HT
Photo Courtesy: HT

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमले का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। राज्य की ममता बनर्जी सरकार में कैबिनेट मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने अब बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मुखर्जी ने दावा किया है कि बीजेपी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की हत्या करवा सकती है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा के काफिले पर हमले के पीछे भी बीजेपी की ही साज़िश थी।

सुब्रत मुखर्जी ने शनिवार रात भांगर शहर में एक कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा, 'इसमें कोई दो राय नहीं कि बीजेपी पश्चिम बंगाल में हिंसा फैलाना चाहती है। नड्डा के काफिले पर पिछले दिनों जो हमला हुआ, उसकी साजिश बीजेपी ने ही रची थी। बीजेपी चुनाव नहीं जीत पाई तो कुछ लोगों को खुफिया ढंग से राज्य में भेजकर उनके जरिए ममता बनर्जी की हत्या करवा सकती है।' सुब्रत मुखर्जी ने आगे कहा कि वे बीजेपी पर यह आरोप पूरी जिम्मेदारी के साथ लगा रहे हैं। उन्होंने इसकी जांच कराने की मांग करते हुए कहा, 'अगर ये आरोप गलत साबित हो गए तो मैं वादा करता हूं कि राजनीति ही छोड़ दूंगा।'

नड्डा के काफिले पर हुआ था हमला

बता दें कि पश्चिम बंगाल दौरे पर गए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर बीते गुरुवार को पथराव किया गया था। इस दौरान पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय समेत कुछ नेता घायल हो गए थे। पथराव का आरोप तृणमूल कांग्रेस (TMC) के समर्थकों पर लगा था। ये वारदात उस वक्त हुई थी जब नड्डा कोलकाता से डायमंड हार्बर एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे। डायमंड हार्बर ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी का संसदीय इलाका है। 

नड्डा के काफिले पर पथराव हमले के बाद ममता ने क्या कहा था

जे पी नड्डा के काफिले पर हमले के बाद ममता बनर्जी ने कहा था, यहां कभी गृह मंत्री होते हैं, तो कभी चड्ढा, नड्डा, फड्डा और भड्ढा। जब उन्हें ऑडियंस नहीं मिलती, तो वे अपने कार्यकर्ताओं से ऐसी नौटंकियां करवाते हैं। ममता के बयान पर पलटवार करते हुए नड्डा ने कहा था, 'मुझे बताया गया कि उन्होंने मेरे बारे में बहुत सारी संज्ञाएं दी हैं। यह उनके संस्कारों के बारे में बताता है। यह बंगाल का कल्चर नहीं है। हमारे पीएम मोदी कहते हैं कि बंगाल की भाषा सुंदर है, बंगाल की संस्कृति सबसे सुंदर है। ममता जी जिस शब्दावली का इस्तेमाल करती हैं, वह बताता है कि उन्होंने बंगाल को समझा ही नहीं है। बंगाल हम सभी का है।'

नड्डा के काफिले पर पथराव की घटना के बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ममता बनर्जी पर बेहद तीखे हमले किए थे। उन्होंने यह भी बताया था कि वे इस बारे में अपनी रिपोर्ट मोदी सरकार को सौंप चुके हैं। हालांकि उन्होंने रिपोर्ट के कंटेंट के बारे में सीधे सीधे तो कुछ नहीं बताया था, लेकिन परोक्ष रूप से राष्ट्रपति शासन लगाए जाने धमकी दे दी थी।

ममता और मोदी सरकार के बीच तनाव तब और बढ़ गया जब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सतिव और डीजीपी को दिल्ली तलब करके राज्य के कानून व्यवस्था की हालत पर और नड्डा के काफिले पर हुए हमले के बारे में रिपोर्ट देने को कहा। जवाब में ममता सरकार ने साफ कर दिया कि वो अपने अफसरों को दिल्ली नहीं भेजेगी। टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने इसे देश के संघीय ढांचे और संवैधानिक व्यवस्था के खिलाफ भी बताया है। लेकिन मोदी सरकार ने अब एक कदम और आगे बढ़ते हुए पश्चिम बंगाल के तीन आईपीएस अधिकारियों को केंद्र सरकार के पास ट्रांसफर करने का आदेश दे दिया है।