IPL 2020: वीवो को स्पॉन्सर बनाए रखने पर राजनीति गर्माई

अखिल भारतीय व्यापार संगठन ने कहा BCCI है लालची, कांग्रेस ने कहा क्या जय शाह को विशेष रियायत प्राप्त है

Updated: Aug 05, 2020, 06:41 AM IST

Pic: BCCI
Pic: BCCI

नई दिल्ली। व्यापारियों के संगठन केट ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लिये चीनी कंपनी वीवो को ‘टाइटल’ प्रायोजक बरकरार रखने के निर्णय का विरोध किया है। इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखते हुए संगठन ने दुबई में आईपीएल आयोजन ना करने की भी अपील की है। केट देश में चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के विरोध अभियान की अगुवाई कर रहा है।

संगठन ने अपने एक वक्तव्य में कहा, “हमने शाह और जयशंकर को पत्र लिखकर आईपीएल को दुबई या कहीं और आयोजित किए जाने की अनुमति नहीं देने के लिए कहा। अगर ऐसा नहीं होता है तो ये सरकार की नीतियों के खिलाफ होगा।”

संगठन के अध्यक्ष बीसी भर्तिया और महासचिव ने अपने एक पत्र में कहा कि ऐसे समय में जब सीमा पर चीन की आक्रामता ने देश के भीतर चीन विरोधी भावना को जन्म दिया है, तब बीसीसीआई का यह फैसला सरकार की नीतियों के खिलाफ होगा। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई का फैसला पैसे के प्रति उसके लालच को दिखाता है।

उन्होंने अपने पत्र में यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने चीन के ऊपर देश की निर्भरता को कम करने के लिए बहुत से कदम उठाए हैं। इन कदमों के तहत चीन की 59 एप को बैन किया गया है, रेलवे और हाईवे प्रोजेक्ट ठेकों से चीनी कंपनियों को हटा दिया गया है। ऐसे समय में बीसीसीआई का फैसले ने सरकार की नीतियों को मुंह के बल खड़ा कर दिया है।

उधर कांग्रेस ने इस फैसले को लेकर केंद्र सरकार और खासकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। अमित शाह के बेटे जय शाह बीसीसीआई के सचिव हैं और बीसीसीआई ने ही आईपीएल में सभी चीनी कंपनियों की स्पॉन्सरशिप बनाए रखने का फैसला किया है।

कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट किया, “चीन हमारे देश के 20 जवानों को शहीद करके सीमा पर अतिक्रमण करके बैठा है। इसके बावजूद गृह मंत्री अमित शाह के बेटे और बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने आईपीएल की स्पॉन्सर में चीनी कंपनी के ऊपर निर्भर रहने का फैसला लिया है। क्या शाहजादा को विशेष रियायत प्राप्त है?”

इससे पहले आईपीएल की संचालन परिषद ने दो अगस्त को चीनी मोबाइल कंपनी वीवो समेत अपने सभी प्रायोजकों को बरकरार रखने का फैसला किया और कोविड-19 के कारण टूर्नामेंट संयुक्त अरब अमीरात में कराने को मंजूरी दी। डिजिटल तरीके से आयोजित संचालन परिषद की बैठक में यह निर्णय किया गया कि आईपीएल टूर्नामेंट 19 सितंबर से 10 नवंबर के दौरान आयोजित किया जाएगा।