झारखंड में चंपई सोरेन सरकार फ्लोर टेस्ट में पास, हेमंत सोरेन बोले- मेरी गिरफ्तारी में राजभवन भी शामिल

देश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया। लगता है इसमें राजभवन शामिल है। जमीन हड़पने का कागज दिखा दीजिए, राजनीति तो दूर झारखंड छोड़ दूंगा: हेमंत सोरेन

Updated: Feb 05, 2024, 03:02 PM IST

रांची। झारखंड में चंपई सोरेन सरकार ने विश्वास मत जीत लिया। 5 फरवरी को करीब 2 बजे हुई वोटिंग में पक्ष में 47 तो विपक्ष में 29 वोट पड़े। मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने आज अपनी सरकार के शक्ति परीक्षण से पहले राज्य विधानसभा को संबोधित किया। इस दौरान चंपई सोरेन ने कहा कि साजिश के तहत झारखंड को अस्थिर करने की कोशिश की गई है।

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्त पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी विधानसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं भाजपा को मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप साबित करने की चुनौती देता हूं। अगर आरोप साबित हुए तो मैं राजनीति तो दूर झारखंड छोड़ दूंगा। उन्होंने कहा कि देश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया। लगता है इसमें राजभवन शामिल है।

हेमंत सोरेन ने कहा कि साल 2000 से घोटाला नजर नहीं आया। हिम्मत है तो पेपर में मेरा नाम दिखाएं। नाम आया तो राजनीति से इस्तीफा दूंगा। मुझे पता था कि ये लोग किसी आदिवासी को 5 साल का कार्यकाल पूरा करने नहीं दिया। इन्होंने भी आदिवासी सीएम बनाए थे, लेकिन वो भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। 

हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि हमने हार नहीं मानी है। इन्हें लगता है कि मुझे जेल में डालकर अपने मंसूबे में सफल हो जाएंगे। ये झारखंड है, यहां हर कोने में आदिवासी, दलितों ने कुर्बानी दी है। ये देश की आजादी के सपने भी नहीं देखते होंगे, तब से हम लड़ रहे हैं। ये तो बहुत बाद में आए। आज तक इन लोगों ने गांधी जी की टोपी नहीं पहनी।

हेमंत सोरेन ने कहा कि बाबा भीमराव अंबेडकर को अपना धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाना पड़ा, वैसी ही कुछ झारखंड में आदिवासी-मूलवासी के साथ तैयारी है। आदिवासी-मूलवासी के प्रति विपक्ष की जो धृणा है, वो मेरी समझ से परे है। हम जंगल से बाहर आ गए इसके बराबर बैठक गए तो इनके कपड़े मैले होने लग गए। ये हमें अछूत समझते हैं। इनका बस चले तो हमें फिर से जंगल भेज दें। वही 400 साल पुराना जीवन जीने पर मजबूर कर दें।