10 हजार रु लीटर गधी के दूध से कोरोना ठीक करने का दावा, डॉक्टर बोले बहकावे ना आएं बीमार होने पर अस्पताल जाएं

महाराष्ट्र की गलियों में गूंज रही आवाज, एक चम्मच पियो दूध और पाओ हर तरह की बीमारी से मुक्ति, गधी के दूध से कोरोना, निमोनिया ठीक करने का दावा

Updated: Dec 10, 2021, 02:45 PM IST

Photo Courtesy: Bhaskar
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महाराष्ट्र के हिंगोली में दूध 10 हजार रुपए लीटर दूध बिक रहा है, यह दूध कोई आम दूध नहीं है। यह गधी का दूध है, जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि यह हर मर्ज की दवा है। खासकर कोरोना में तो यह बेहद कारगर है। इससे इम्यूनिटी स्ट्रांग होने का दावा किया जा रहा है। इसकी इतनी खूबियां जानने के बाद गधी का दूध खरीदने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वायरस से यह बखूबी लड़कर उसे मात दे सकता है। हिंगोली में लोग गलियों में घूमकर गधी का दूध बेच रहे हैं। दूध विक्रेता लाउड स्पीकर लेकर आवाज लगा रहे हैं कि यह कोरोना से लड़ने के लिए बूस्टर का काम करेगा। एक चम्मच दूध पीने से हर तरह की बीमारी से मुक्ति का दावा किया जा रहा है। विक्रेता दावा कर रहे हैं कि गधी का दूध पिलाने से बच्चों को निमोनिया नहीं होगा। वहीं खांसी, जुखाम, बुखार से भी सुरक्षा होगी।

गधी के दूध की खूबियों के चलते अब यह दूध 10 हजार रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। इतना महंगा दूध हर किसी की पहुंच से बाहर है इसलिए लोगों ने आसान रास्ता निकाला है। इसे 100 रुपए प्रति चम्मच बेचा जा रहा है। इस बारे में डॉक्टरों का कहना है कि बीमार होने की स्थिति में डॉक्टरी परामर्श लेना चाहिए। महंगे दूध के चक्कर में पड़कर पैसे बरबाद नहीं करने की सलाह दी है।

नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन इक्वाइन NRCE की रिसर्च में कहा गया है कि गधी के दूध में मां के दूध जैसे ही पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह मां के दूध की ही तरह पोषक होता है। गधी के दूध में फैट और प्रोटीन कम होता है, लैक्टोज की मात्रा पर्याप्त होती है। यह दूध बकरी, ऊंटनी, भैंस, गाय के दूध की तुलना में ज्यादा गुणवत्ता वाला होता है। गधी के दूध में एंटी एजिंग गुण होते हैं। इसमें अन्य तरह के दूध की अपेक्षा एंटी-ऑक्सीडेंट की मात्रा काफी ज्यादा पाई जाती है। यह रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है, बच्चों के लिए पचने में आसान होता है। यह चर्म रोगों में फायदेमंद होता है।