भारत पहुंची रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक V की पहली खेप, 90 फीसदी से ज्यादा असरदार है यह टीका

भारत को मिला कोरोना के खिलाफ तीसरा हथियार, स्पूतनिक V के आपात इस्तेमाल की मंजूरी के बाद रूस से आया वैक्सीन का पहला खेप, हैदराबाद में लैंड हुआ विमान

Updated: May 01, 2021, 12:24 PM IST

Photo Courtesy: NDTV
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नई दिल्ली। देश में वैक्सीन की किल्लत के बीच एक अच्छी खबर सामने आई है। रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक V की पहली खेप भारत पहुंच गई है। कुल डेढ़ लाख वैक्सीन डोज लेकर रूसी विमान ने आज हैदराबाद में लैंड किया है। कोरोना के खिलाफ इस निर्णायक जंग में रूसी वैक्सीन को देश के तीसरे हथियार के रूप में देखा जा रहा है।

स्पूतनिक V स्पुतनिक वी ह्यूमन एडेनोवायरल वैक्टर पर आधारित है। यह गमालया नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा विकसित किया गया है। इसके पहले डोज लेने के 21 दिनों के बाद ही दूसरा डोज लिया जाता है। दोनों डोज लेने के 4 से 6 हफ्ते के बीच मानव शरीर में कोरोना के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता डेवलप हो जाती है।

खास बात यह है कि यह वैक्सीन 91.6 फीसदी तक कारगर पाया गया है। इतना ही नहीं ट्रायल के दौरान इसके कोई साइड इफ़ेक्ट भी नहीं देखे गए हैं। टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के मकसद से अप्रैल में ही भारत ने इस वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी थी। भारत में भी जल्द ही इस वैक्सीन का प्रोडक्शन शुरू किया जाएगा। भारत में एक साल में इस वैक्सीन के 85 करोड़ डोज तैयार किए जाएंगे।

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भारत में स्पूतनिक V की खुराक ऐसे समय में आई है जब आज से ही 18 वर्ष के ऊपर के लोगों का टीकाकरण अभियान शुरू होनी थी। हालांकि, वैक्सीन निर्माता कंपनियों ने राज्यों को वैक्सीन मुहैया कराने से हाथ खड़ा कर दिया है। इस वजह से देश के 6 राज्यों को छोड़कर सभी राज्यों में टीका की किल्लत उतपन्न हो गई और सभी राज्यों ने टीकाकरण अभियान पर अस्थाई रूप से रोक लगा दिया।