गुजरात में कांग्रेस के आदिवासी MLA पर जानलेवा हमला, राहुल गांधी ने भाजपा को बताया कायर
वंसदा से कांग्रेस विधायक अनंत पटेल पर जानलेवा हमले की खबर आई है, कांग्रेस ने भाजपा नेताओं पर हमले का आरोप लगाया है, इस हमले में कांग्रेस विधायक को गंभीर चोटें आई है

वंसदा। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी दल बीजेपी के कार्यकर्ता हिंसा पर उतारू हो गए हैं। शनिवार देर शाम कांग्रेस विधायक अनंत पटेल पर जानलेवा हमले की खबर आ रही है। एक सप्ताह में यह दूसरी बार है जब आदिवासियों का मुद्दा उठाने वाले कांग्रेस विधायक पटेल पर हमला हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नवसारी के खेरगाम तहसील के वंसदा से विधायक अनंत पटेल पर हमले की ये वारदात उस वक्त हुई जब वे खेरगाम बाजार के पास से गुजर रहे थे। बताया गया है कि वे खेरगाम में किसी समारोह में शामिल होने जा रहे थे। इस दौरान हमलावरों ने विधायक की गाड़ी पर धारदार हथियार से हमला बोल दिया।
गुजरात में ‘पार-तापी रिवर लिंक प्रोजेक्ट’ के खिलाफ आदिवासी समाज की लड़ाई लड़ने वाले हमारे MLA अनंत पटेल जी पर भाजपा द्वारा कायराना हमला निंदनीय है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 8, 2022
यह BJP सरकार की बौखलाहट है। कांग्रेस पार्टी का हर एक कार्यकर्ता आदिवासियों के हक़ की लड़ाई के लिए आख़िरी साँस तक लड़ेगा।#DaroMat pic.twitter.com/rf9OY76lCZ
इस दौरान उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। पटेल ने बीजेपी के जिला पंचायत अध्यक्ष भीखूभाई अहीर और रिंकू नाम के पर हमले का आरोप लगाया है। हालांकि, खबर लिखे जाने तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। राहुल गांधी ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट किया, 'गुजरात में ‘पार-तापी रिवर लिंक प्रोजेक्ट’ के खिलाफ आदिवासी समाज की लड़ाई लड़ने वाले हमारे MLA अनंत पटेल जी पर भाजपा द्वारा कायराना हमला निंदनीय है। यह BJP सरकार की बौखलाहट है। कांग्रेस पार्टी का हर एक कार्यकर्ता आदिवासियों के हक़ की लड़ाई के लिए आख़िरी साँस तक लड़ेगा।'
बता दें कि इसी हफ्ते 42 वर्षीय विधायक अनंत पटेल पर उनाई में हमला हुआ था। दूसरी बार हमला होने के बाद उनके समर्थक और कार्यकर्ता काफी आक्रोशित हैं। अनंत पटेल पार-तापी-नर्मदा नदी जोड़ने की परियोजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर सुर्खियों में आए थे। उनका कहना था कि, 'इस परियोजना के माध्यम से, हमारी जमीनें छीन ली जाएंगी। हम अपने घरों और कृषि क्षेत्रों से बाहर हो जाएंगे। हम कंक्रीट के जंगलों में नहीं रहना चाहते, बल्कि प्राकृतिक जंगलों में रहना चाहते हैं।'