बेबस महसूस कर रहा हूं, शरद भाई...ऐसे अलविदा नही कहना था, लालू यादव ने ट्वीट किया भावुक वीडियो
लालू यादव ने कहा कि कई मौकों पर शरद यादव और मैं एक-दूसरे से लड़े। लेकिन हमारी असहमति ने कभी भी हमारे रिश्तों में कड़वाहट पैदा नहीं की।

पटना। वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव के निधन से बिहार में शोक की लहर दौड़ गई है। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने भावुक वीडियो जारी है। अपने संदेश में उन्होंने कहा है कि शरद भाई... ऐसे अलविदा नहीं कहना था।
लालू यादव इस समय सिंगापुर में इलाजरत हैं। उनकी किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी हुई है। अस्पताल के बेड से जारी एक वीडियो संदेश में राजद सुप्रीमो ने शरद यादव को बड़े भाई के रूप में संदर्भित करते हुए दिवंगत नेता के साथ अपने पुराने जुड़ाव को याद किया।
लालू यादव ने वीडियो ट्वीट कर लिखा, 'अभी सिंगापुर में रात्रि में के समय शरद भाई के जाने का दुखद समाचार मिला। बहुत बेबस महसूस कर रहा हूँ। आने से पहले मुलाक़ात हुई थी और कितना कुछ हमने सोचा था समाजवादी व सामाजिक न्याय की धारा के संदर्भ में। शरद भाई...ऐसे अलविदा नही कहना था। भावपूर्ण श्रद्धांजलि!'
अभी सिंगापुर में रात्रि में के समय शरद भाई के जाने का दुखद समाचार मिला। बहुत बेबस महसूस कर रहा हूँ। आने से पहले मुलाक़ात हुई थी और कितना कुछ हमने सोचा था समाजवादी व सामाजिक न्याय की धारा के संदर्भ में।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) January 12, 2023
शरद भाई...ऐसे अलविदा नही कहना था। भावपूर्ण श्रद्धांजलि! pic.twitter.com/t17VHO24Rg
हम कभी-कभी लड़ भी लेते थे: लालू यादव
अस्पताल के बेड पर बेहद कमजोर अवस्था में दिख रहे लालू प्रसाद यादव वीडियो संदेश में कहा, 'शरद यादव जी बड़े भाई की मृत्यु का सुनकर काफी विचलित हुआ हूं। काफी दुखी हूं और काफी आघात लगा है। शरद यादव जी, माननीय मुलायम सिंह यादव जी और नीतीश कुमार जी और बहुत सारे नेता डॉक्टर राम मनोहर लोहिया, जननायक कर्पूरी ठाकुर के सानिध्य में मिलकर राजनीति किया और करते आ रहे हैं। मैं सिंगापुर में हूं, आज एकाएक खबर मिला कि शरद यादव जी हमलोगों के बीच नहीं रहे। महान समाजवादी नेता थे, स्पष्टवादी थे। बोलने के मामले में, विचारों को रखने के मामले में, भाषण देने के मामले में शरद जी और मैं कभी कभी लड़ भी लेता था। लेकिन लड़ाई का कोई दूसरा कटू बात नहीं रहता था। लाखों लाख अपने मित्रों को छोड़कर हमलोगों के बीच से वह उठ गए। मैं भगवान के प्रार्थना करता हूं उनकी आत्मा को शांति दें और शोक संतप्त परिवार को दुख सहने की ताकत दे।'
दशकों तक शरद यादव के सहयोगी रहे के बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी शोक व्यक्त किया है।उन्होंने ट्वीट किया, 'पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव जी का निधन दुःखद। शरद यादव जी से मेरा बहुत गहरा संबंध था। मैं उनके निधन की खबर से स्तब्ध एवं मर्माहत हूं। वे एक प्रखर समाजवादी नेता थे। उनके निधन से सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।'
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव जी का निधन दुःखद। शरद यादव जी से मेरा बहुत गहरा संबंध था। मैं उनके निधन की खबर से स्तब्ध एवं मर्माहत हूं। वे एक प्रखर समाजवादी नेता थे। उनके निधन से सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) January 12, 2023
बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी वीडियो संदेश जारी कर शरद यादव को याद किया। तेजस्वी यादव ने कहा, 'सामाजिक न्याय के योद्धा और आरजेडी के वरिष्ठ नेता आदरणीय शरद यादव जी आज हमारे बीच नहीं रहे। इस खबर को सुनकर हम सभी मर्माहत हैं। इस दुख की घड़ी में उनके सभी परिवार और परिजनों के प्रति हमारी संवेदना है। माताजी से बात हुई, भाई शांतनु से बात हुई, समाजवादी विचारधारा को मानने वाले सभी योद्धा इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़े हैं। ज्यादा कुछ कहने को है नहीं। कुछ दिन पहले आदरणीय नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का निधन हुआ। अब खबर मिली है कि आज शरद जी का निधन हुआ है। हम सब समाजवादी विचारधारा को मानने वाले लोग एकजुट रहकर चाहे नेताजी या शरद जी की कुर्बानी को हमलोगों को याद रखने की जरूरत है। उनके दिखाए हुए दिशा पर चलने की जरूरत है।'
आदरणीय अभिभावक शरद यादव जी को अश्रुपूर्ण भावभीनी श्रद्धांजलि। शत्-शत् नमन। pic.twitter.com/n1lDGQoFQ3
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 12, 2023
तेजस्वी ने आगे कहा कि, 'हम इतना ही कहना चाहेंगे कि दुख की घड़ी में भी लगातार शरद जी हमसे संपर्क में रहे। कुछ दिन पहले ही उनसे हमारी बात हुई थी, वह स्वस्थ्य थे। बार-बार यही कह रहे थे कि आगे जो चुनौतियां हैं समाजवादियों के सामने, आगे बढ़-चढ़कर लड़ाई लड़ो। हम सब लोग आज उनके ना होने पर दुखी हैं, हम लोगों की कोशिश होगी कि उनकी राह पर हम लोग चलें और सामाजिक न्याय को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का काम करें।'