Johnny Bakshi: फिल्म निर्माता जॉनी बक्शी नहीं रहे
Johnny Bakshi Death: दिल का दौरा पड़ने से जॉनी बक्शी का निधन, फिर तेरी कहानी याद आई , मंज़िलें और भी हैं जैसी फ़िल्में बनाईं

मुंबई। हिंदी फिल्मों के फिल्म निर्माता जॉनी बक्शी का 82 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। शनिवार दोपहर दिल का दौरा पड़ने से बक्शी का निधन हो गया। शुक्रवार को ही उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने के बाद शुक्रवार सुबह मुंबई के अस्पताल में भर्ती किया गया था। हालांकि बक्शी की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी। लेकिन बक्शी की तबियत में कोई सुधार नहीं हुआ और वे चल बसे।
बक्शी ने रावण (1984), फिर तेरी कहानी याद आई (1993), मंज़िलें और भी हैं (1974) जैसी फिल्मों का निर्माण किया। इसके साथ ही बक्शी ने डाकू और पुलिस ( 1992 ) और खुदाई ( 1994 ) जैसी फिल्मों का निर्देशन किया था।
Sorry to learn about the passing away of filmaker Johny Bakshi this morning.. Did a film with him Vishwasghat very early in my career. He was invested in cinema.Condolences to the family and friends.
— Azmi Shabana (@AzmiShabana) September 5, 2020
बक्शी के जाने से बॉलीवुड गमगीन हो गया है। अदाकारा शबाना आज़मी ने जॉनी बक्शी की याद में लिखा है कि 'जॉनी बक्शी के गुज़र जाने की खबर से मन व्यथित है। मैंने अपने करियर के शुरूआती दौर में विश्वासघात में उनके साथ काम किया था। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना है।'
Deeply saddened to know about the demise of dear #JohnnyBakshi. He was a very integral part of my early life in Mumbai. As a producer, friend, a supporter and as a motivator. He had the most infectious laughter which made everybody happy around him. अलविदा मेरे दोस्त ।ओम शांति???? pic.twitter.com/xmlcldfk9k
— Anupam Kher (@AnupamPKher) September 5, 2020
वहीं अनुपम खेर लिखते हैं ' प्रिय जॉनी बक्शी के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। वह मुंबई में मेरी शुरुआती जिंदगी का बहुत अभिन्न हिस्सा थे। एक निर्माता, दोस्त, एक समर्थक और एक प्रेरक के रूप में। अलविदा मेरे दोस्त।'