तेलंगाना में महिलाओं, ट्रांसजेंडर्स के लिए मुफ्त बस यात्रा, कांग्रेस सरकार ने पूरी की गारंटी
तेलंगाना सरकार ने महा लक्ष्मी योजना शुरू की है, जिसके तहत तेलंगाना निवासी सभी आयु वर्ग की लड़कियां और महिलाएं और ट्रांसजेंडर व्यक्ति तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा संचालित बसों में मुफ्त यात्रा कर सकेंगी।
हैदराबाद। तेलंगाना की कांग्रेस सरकार ने राज्य के स्वामित्व वाली राज्य परिवहन निगम की बसों में महिलाओं और ट्रांसजेंडर्स के लिए मुफ्त यात्रा का वादा पूरा कर दिया है। राज्य सरकार ने शुक्रवार को इसे लेकर आदेश जारी किया था। यह पहल हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस की ओर से दी गई छह गारंटी का हिस्सा था।
राज्य सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, 'तेलंगाना सरकार ने 6 गारंटी - महा लक्ष्मी योजना शुरू की है, जिसके तहत तेलंगाना निवासी सभी आयु वर्ग की लड़कियां और महिलाएं और ट्रांसजेंडर व्यक्ति तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा संचालित बसों में मुफ्त यात्रा कर सकेंगी।' इसमें यह भी कहा गया है कि वे नौ दिसंबर दोपहर से ग्रामीण सेवा और एक्सप्रेस बसों में तेलंगाना राज्य की सीमाओं के भीतर कहीं भी यात्रा कर सकती हैं।
आदेश में यह भी कहा गया है कि राज्य सरकार तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) को महिला यात्रियों के किराये का भुगतान करेगी। कांग्रेस सरकार ने बृहस्पतिवार को अपनी पहली कैबिनेट बैठक में नौ दिसंबर को कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी के जन्मदिन के मौके पर महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा और राजीव आरोग्यश्री स्वास्थ्य योजना को शुरू करने का फैसला किया था। राजीव आरोग्यश्री के तहत 10 लाख रुपये का बीमा कवरेज उपलब्ध कराया जाएगा।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री का पद संभालने के एक दिन बाद ए. रेवंत रेड्डी ने शुक्रवार को अपने कैंप कार्यालय-सह-आधिकारिक आवास पर प्रजा दरबार आयोजित किया और आम लोगों की शिकायतें सुनीं और जल्द से जल्द उनका समाधान करने का वादा किया। प्रजा दरबार के लिए ज्योतिराव फुले प्रजा भवन में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
सरकार की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने दिव्यांग व्यक्तियों से अभ्यावेदन प्राप्त करने को प्राथमिकता दी और उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की शिकायतों के समाधान के लिए तत्काल उपाय किए जाएंगे। बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री बाद में एक बैठक में भाग लेने के लिए सचिवालय के लिए रवाना हो गये।