गुजरात: वलसाड़ के सिविल अस्पताल में लगा लाशों का ढेर, शवों से आने लगी दुर्गंध

वलसाड के अस्पताल में शवों को रखने के लिए प्रयोग में आने वाला फ्रीजर खराब है।

Updated: Apr 19, 2021, 08:22 AM IST

Photo courtesy: bhaskar
Photo courtesy: bhaskar

गुजरात।  गुजरात के वलसाड़ जिला सिविल अस्पताल से दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आयी है। राज्य के वालसाड सिविल अस्पताल में मरीजों के बीच कोरोनो से मरे लोगों की लाश तीन दिन तक रखी रहने से दुर्गंध आने लगी है। मरीजों को लाशों के ढ़ेर के बीच रखा गया है। सिविल अस्पताल में मौत का आंकड़ा तेज़ी से बढ़ा है, शव पोस्टमार्टम रूम में बिखरे पड़े हैं। अंतिम संस्कार के लिए ज़रूरी डेथ सर्टिफिकेट बनाने में घंटों लग रहे हैं। पड़े पड़े शवों से दुर्गंध आने लगी है।


सिविल अस्पताल के सुपरिटेंडेंट अमित शाह के अनुसार ज़िला सिविल अस्पताल में कोविड के मरीजों के लिए 400 बेड का इंतजाम किया गया है। उन्होंने बताया कि मरीज यहां ऑक्सीजन या वेंटिलेटर की आवश्यकता महसूस होने पर आ रहे हैं। मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने से वर्कलोड काफी बढ़ गया है। कोविड वार्ड से पोस्टमार्टम रूम तक शव को लाने के लिए कामदारों को आउट सोर्स किया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक खेरगाम के पनिहादक गांव के रहने वाले निरुबेन गुलाबभाई गंगोदा की 15 अप्रैल को मौत हो गयी। उनके परिजन तीन दिन तक शव के लिए भटकते रहे लेकिन उन्हें शव नहीं दिया गया।
पता करने पर अस्पताल की तरफ से बताया गया कि वलसाड के अस्पताल में शवों को रखने के लिए प्रयोग में आने वाला फ्रीजर खराब है। इस कारण शवों को बेड पर ही छोड़ दिया जाता है।

गौरतलब है गुजरात में बीते 24 घंटे में 10,340 नए कोरोना संक्रमित मिले, जिसमें 110 की मौत हो गई। वहीं 3,981 मरीज ठीक भी हुए। राज्य में अब तक 4 लाख 4 हजार 561 लोग इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 3 लाख 37 हजार 545 ठीक हो चुके। 5,377 ने जान जा चुकी है। जबकि 61,467 मरीजों का इलाज चल रहा है। राज्य में रविवार को रिकवरी रेट घटकर 83.43 रह गया। इलाज करा रहे कोरोना मरीजों से 329 वेंटिलेटर पर हैं। 61,318 संक्रमितों की हालत स्थिर बनी हुई है।