भारत को लोकतांत्रिक देश कहना झूठ है, यहां चुनाव लड़ने के लिए विपक्षी दल को level playing field नहीं है: राहुल गाधी
30 साल पुराने (यानी 1994-95) मामले में कांग्रेस को इनकम टैक्स का नोटिस, सारे खाते हुए फ़्रीज़.. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, लोकतंत्र के लिए चुनाव अनिवार्य होता है, साथ ही यह भी आवश्यक है कि सभी राजनीतिक दल के लिए बराबर का मौक़ा हो, ये नहीं कि जो सत्ता में है संसाधनों पर उनकी Monopoly हो जाए
नई दिल्ली। दिल्ली में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, मौजूदा अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया है कि देश में विपक्षी दलों को चुनाव लड़ने के लिए बराबरी का मौका नहीं है। कांग्रेस के बैंक अकाउंट पर IT यानी इनकम टैक्स की कार्रवाई से नाराज कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि देश में लोकतंत्र बस कोरा शब्द रह गया है। भारत की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के सारे खाते सीज़ करके लोकसभा चुनाव लड़ा जा रहा है। मीडिया को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने यह भी कहा कि "एक महीने पहले कांग्रेस पार्टी के बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए लेकिन किसी संस्था ने, कोर्ट ने या चुनाव आयोग ने कुछ नहीं कहा.. बीस पर्सेंट हिन्दुस्तान के लोग कांग्रेस को वोट देते हैं लेकिन आज उसे खर्च करने के लिए 2 रूपये भी नहीं हैं"
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र के लिए चुनाव अनिवार्य होता है, लेकिन यह भी आवश्यक है कि सभी राजनीतिक दलों के लिए लेवल प्लेयिंग फील्ड हो। ये नहीं कि जो सत्ता में है, संसाधनों पर उनकी मोनोपॉली हो और देश की संस्थाओं पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उनका नियंत्रण हो। मैं संवैधानिक संस्थाओं से अपील करता हूं कि अगर वे स्वतंत्र-निष्पक्ष चुनाव चाहते हैं तो उन्हें हमें अपने बैंक खातों के इस्तेमाल की अनुमति देनी चाहिए। कोई भी राजनीतिक दल आयकर के दायरे में नहीं आता।
खड़गे ने कहा कि लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। लोकतंत्र के लिए यह जरूरी है कि चुनाव निष्पक्ष तरीके से कराए जाएं और सभी राजनीतिक दलों को समान अवसर मिले। ईडी, आईटी और अन्य स्वतंत्र संस्थाओं पर किसी का नियंत्रण नहीं होना चाहिए। पिछले कुछ दिनों में चुनावी बॉन्ड को लेकर जो तथ्य सामने आए हैं उससे देश की छवि को ठेस पहुंची है।
सोनिया गांधी ने भी दोहराते हुए कहा कि कांग्रेस द्वारा जनता से इकट्ठा किए गए पैसे को फ्रीज कर दिया गया है। इस चुनौतीपूर्ण स्थिति में भी हम अपनी तरफ से प्रभावी चुनाव प्रचार के हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के पैसे पर जानबूझकर हमला किया जा रहा है, जोकि एक अलोकतांत्रिक कदम है। ये कोशिश की जा रही है कि कांग्रेस को पंगु बना दिया जाए ताकि पार्टी चुनाव में खर्च नहीं कर सके और उसका प्रचार बिगड़ जाए।
कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन ने भी हताशा जताते हुए कहा कि कांग्रेस अपना पार्टी फंड का इस्तेमाल नहीं कर पा रही है। हम प्रचार के लिए धनराशि खर्च नहीं कर पा रहे हैं। ये किस तरह का लोकतंत्र है? हमारे खिलाफ 30 से 35 पुराने मामले खोलकर हमें पैसे का इस्तेमाल नहीं करने दिया जा रहा है। करीब 14 लाख़ रुपए अनिमितता के आरोप हैं और 210 करोड़ रुपए फ्रीज कर दिए गए है।