जम्मू कश्मीर: अनंतनाग में आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के कर्नल, मेजर और पुलिस के DSP शहीद

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के एक कर्नल, मेजर और जम्मू कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक शहीद हो गए हैं। प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े रेजिस्टेंस फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।

Updated: Sep 14, 2023, 12:41 PM IST

Photo Courtesy: NDTV
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अनंतनाग। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों से हुए दो एनकाउंटरों में 3 अफसर शहिद हो गए हैं। शहीदों में सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढोंचक कश्मीर पुलिस के DSP हुमायूं भट शामिल हैं। इससे पहले बुधवार सुबह राजौरी में हुए एनकाउंटर के दौरान दो जवान भी शहीद हुए थे।

इस कायराना हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े प्रतिबंधित संगठन रेजिस्टेंट फ्रंट ने ली है। अधिकारियों का मानना है कि ये वही आतंकी हैं, जिनसे 4 अगस्त को कुलगाम के जंगल में मुठभेड़ के दौरान 3 जवान शहीद हो गए थे। पुलिस ने कहा है कि अनंतनाग में लश्कर के 2 आतंकी छिपे हैं, जिन्हें सेना ने घेर लिया है।

अनंतनाग में सेना का एक जवान लापता है। आशंका है कि वे मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हुआ है। जानकारी के मुताबिक, आतंकियों की मौजूदगी की पुख्ता जानकारी मिलने के बाद सेना ने ऑपरेशन लॉन्च किया था। इस अभियान की निगरानी के लिए कमांडिंग ऑफ़िसर कर्नल मनप्रीत सिंह खुद मौक़े पर पहुंचे थे, लेकिन जैसे ही वह अपनी गाड़ी से उतरे तो आतंकियों ने ताबड़तोड़ फ़ायरिंग शुरू कर दी और पहली ही बर्स्ट फायरिंग में उनको गोली लग गई। घटनास्थल पर घना जंगल होने के चलते उन्हें तत्काल वहां से निकाला नहीं जा सका। बताया जा रहा है कि ज्यादा खून बहने के कारण उनकी मौत हो गई।

कांग्रेस अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जवानों की शहदत पर दुख जताया है। खड़गे ने ट्वीट किया  जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में चल रही आतंकवादियों से मुठभेड़ में सेना के कर्नल, मेजर और डीएसपी शहीद। हमारे बहादुर सेना के जवानों और एक डीएसपी ने जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में मुठभेड़ में आतंकवादियों से लड़ते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया है। हम उनके जाने से बेहद दुखी हैं। हमारे बहादुरों के परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं। आतंकवाद के खिलाफ भारत एकजुट है।

अनंतनाग के साथ ही राजौरी में भी कल रात से एनकाउंटर चल रहा था। यहां अब ऑपरेशन खत्म हो गया है। राजौरी में भी दो जवान शहीद हुए हैं। इस ऑपरेशन में सेना का एक डॉगी भी मारा गया है। उसने अपने हैंडलर की जान बचाने के लिए खुद की जिंदगी दांव पर लगा दी। सेना के अधिकारी ने बताया कि एनकाउंटर में शहीद हुए आर्मी डॉग का नाम केंट था। उसने मुठभेड़ के दौरान अपने हैंडलर को बचाया और खुद शहीद हो गया। यह हादसा तब हुआ जब वो भाग रहे आतंकियों की तलाश करने के लिए जवानों की एक यूनिट का नेतृत्व कर रहा था। इस दौरान वो भारी गोलाबारी की चपेट में आ गया।